प्रधान संपादक, 'मुल्तानी समाज' राष्ट्रीय समाचार पत्रिका
"इल्म और दस्तावेज़, दोनों आपकी ताक़त हैं। ना कल झुके रहो, ना आज ग़ाफ़िल बनो।"
आज के दौर में काग़ज़ की अहमियत इतनी बढ़ चुकी है कि आपकी पहचान, आपकी मौजूदगी और आपके अधिकार – सभी इन्हीं काग़ज़ात से तय होते हैं।
उनमें सबसे बुनियादी, लेकिन सबसे ज़्यादा नज़र अंदाज़ किया जाने वाला दस्तावेज़ है – जन्म प्रमाण- पत्र (Birth Certificate)
🌐 जन्म प्रमाण- पत्र: आपकी ज़िन्दगी की पहली पहचान
अगर आपकी फैमिली में दादा-दादी, अब्बा-अम्मी या खुद आपके पास जन्म प्रमाण- पत्र नहीं है, तो समझ लीजिए कि आप एक बड़ी ग़लती को टाल रहे हैं जो भविष्य में बहुत भारी पड़ सकती है।
स्कूल एडमिशन
पासपोर्ट बनवाना
सरकारी योजनाओं का लाभ
वीज़ा अप्लाई करना
पेंशन और बीमा
यहाँ तक कि मृत्यु के बाद की पहचान और रिकॉर्ड
इन तमाम ज़रूरतों में सबसे पहले मांगा जाने वाला दस्तावेज़ है – जन्म प्रमाण- पत्र।
लेकिन अफ़सोस, आज भी हमारे समाज में कई लोग इसे नज़रअंदाज़ कर देते हैं, और बाद में इसका ख़ामियाज़ा भुगतना पड़ता है।
❌ गलतफहमियाँ जो आम हैं, लेकिन ख़तरनाक हैं
हमारे कई भाई-बहन आज भी यह मानते हैं कि:
स्कूल छोड़ने की स्लिप
आधार कार्ड
पासपोर्ट
पैन कार्ड
जन्म प्रमाण- पत्र
जबकि यह पूरी तरह ग़लत है। भारत सरकार ने साफ़ निर्देश दे दिए हैं कि इनमें से कोई भी काग़ज़ , जन्म प्रमाण- पत्र का विकल्प नहीं हो सकता।
📜 नया क़ानून: Birth and Death Registration Act, 2023
भारत सरकार ने 1 अक्टूबर 2023 से एक नया क़ानून लागू किया है:
"जन्म-मृत्यु पंजीकरण अधिनियम 2023"।
इस क़ानून के तहत:
अब हर व्यक्ति का जन्म प्रमाण -पत्र अनिवार्य होगा
हर सरकारी रिकार्ड में इसका उल्लेख ज़रूरी होगा
बिना इसके कोई नाम, उम्र या नागरिकता का दावा मान्य नहीं होगा
👉 और सबसे अहम बात: सरकार ने आख़िरी तारीख़ 27 अप्रैल 2026 तय की है।
इसके बाद रजिस्ट्रेशन करवाना लगभग नामुमकिन हो जाएगा।
📂 क्या चाहिए जन्म प्रमाण- पत्र के लिए?
आपको ज़रूरत होगी सिर्फ़ दो चीज़ों की:
1. स्कूल छोड़ने का प्रमाणपत्र
2. आधार / पैन / कोई अन्य पहचान या शैक्षणिक प्रमाण- पत्र
इन दस्तावेज़ों के साथ अपने क्षेत्र के जन्म-मृत्यु पंजीकरण कार्यालय जाएं और रजिस्ट्रेशन कराएं। प्रक्रिया सरल है, बस ज़िम्मेदारी आप उठाएं।
❓ अगर कोई स्कूल ही नहीं गया हो, तो?
कोई बात नहीं, इसके लिए भी रास्ता है:
किसी वकील से हलफनामा (Affidavit) तैयार कराएं, जिसमें व्यक्ति की जन्म तारीख़, स्थान, माता-पिता का नाम आदि दर्ज हो।
दो गवाहों की पहचान और सहमति लगाएं।
इन दस्तावेज़ों के साथ जन्म-मृत्यु पंजीकरण कार्यालय जाएं।
👉 अगर अधिकारी मना करें, तो सिविल कोर्ट में अर्जी देकर आदेश लें।
कोर्ट का आदेश मिलने के बाद नगर निगम/ग्राम पंचायत को जन्म प्रमाण- पत्र देना ही होगा।
ध्यान रखें, यह प्रक्रिया समय ज़रूर लेती है लेकिन यह बिल्कुल संभव और वैध है।
🛑 अब टालना नहीं – जागरूक बनें और दूसरों को जगाएं
समय निकलता जा रहा है। आज अगर आपने यह क़दम नहीं उठाया, तो कल आपके बच्चे, परिवार और खुद आप कई अधिकारों से वंचित रह सकते हैं।
✅ अपने परिवार के हर सदस्य के दस्तावेज़ जांचें
✅ जिनके पास जन्म प्रमाण- पत्र नहीं है, उनके लिए आज ही प्रक्रिया शुरू करें
✅ दूसरों को भी इस ज़रूरी जानकारी से अवगत कराएं
🔚 नतीजा साफ़ है:
"अगर आज ग़ाफ़िल रहे तो कल झुकना पड़ेगा।
लेकिन अगर आज दस्तावेज़ बनवा लिए, तो कल कोई झुका नहीं सकता।"
#multanisamaj
📞 8010884848
✉️ multanisamaj@gmail.com
🌐 www.multanisamaj.com
🌐 www.msctindia.com
✒️ "मुल्तानी समाज" राष्ट्रीय समाचार पत्रिका की ओर से यह संदेश हर घर तक पहुँचाइए।
इल्म और दस्तावेज़ – यही हैं आपकी असली पहचान।
No comments:
Post a Comment