Tuesday, June 27, 2023

भारतीय हाजियों और पूरी दुनियां से हज पर गए हुए हाजी जो सब आज अराफात के मैदान में मौजूद है उन सबको नेक खुआईस से खैर मखदम करते है।


 हम मुल्तानी समाज चैरिटेबल ट्रस्ट के सभी पदाधकारियों और सदस्यों मुल्तानी बिरादरी की जानिब से सब भारतीय हाजियों और पूरी दुनियां से हज पर गए हुए हाजी जो सब आज अराफात के मैदान में मौजूद है उन सबको नेक खुआईस से खैर मखदम करते है।

अल्लाह सबका हज कबूल फरमाएं और बिमारो को शिफा और अच्छी सेहत के साथ साथ हम सबकी परेशानियो को दूर फरमा दें , हमारे घरों, कारोबार , इज्जत और आबरू , घरों , मस्जिदों, मदरसो, आसारे कदीमा की पूरी पूरी हिफाजत फरमा दे,

हमारे मुल्क में ईमानदार हकूमत और आपसी भाईचारा कायम फरमा दे, आमीन... सुम्मा आमीन 

@Multani_Samaj

8010884848

7599250450

Sunday, June 18, 2023

जब शादी की तारीख फिक्स हो जाती है तो लड़की का बाप लड़के के बाप से पूछता है कितनी बारात लाओगे ? लड़के का बाप कहता है तीन सौ।

 


लड़की का बाप बोलता है इतनी बारात बहुत ज्यादा हो जाएगी, दो सौ बाराती ले आना। लड़के का बाप कहता है दो सौ बारात में हमें नहीं होगी हमारी इज्जत चली जाएगी।

गांव में हर घर से कम से कम एक आदमी तो पूछना ही पड़ेगा तो सिर्फ गांव के दो सौ लोग हो जाएंगे फिर हमारे रिश्तेदार और घर की औरतें हो जाएंगी,

जिसे नहीं पूछेंगे वही बुरा मान जाएगा इसलिए कम से कम तीन सौ लोग आएंगे। हम तो आपके हालात देखकर तीन सौ बाराती ला रहे हैं वरना हमारा परिवार इतना बड़ा है कि और इतने नाते रिश्तेदार हैं कि हमें चार सौ बाराती से ज्यादा लाना चाहिए।

कुछ दिनों बाद जब उसी लड़के वालों के घर में कोई बीमार हो जाता है तो पूरे गांव में कोई एक यूनिट खून देने वाला नहीं मिलता। सोशल मीडिया में अपील करना पड़ता है। अगर किसी से झगड़ा हो जाता है

तो पूरे गांव में दो लोग ऐसे नहीं मिलते जो कोर्ट में चलकर ज़मानत ले लें। मेरा मानना है

कि बारात में सिर्फ उन्हें ही लेकर जाना चाहिए जो एक यूनिट ब्लड दे सकें और जो कोर्ट में खड़े होकर तुम्हारी जमानत ले सकें। बस यही तुम्हारे हैं बाकी सब गैर हैं।

@multani_samaj

8010884848

7599250450


बिरादरी ने आज एक और कोहिनूर हीरा हमेशा हमेशा के लिए खो दिया फजलुर्रहमान सहाब ने इस फानी दुनियां को हमेशा हमेशा के लिए कहा अलविदा


आज बा तारीख़ 19 जून दिन पीर को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर शहर के मौहल्ला पक्का बाग के रहने वाले  जनाब हाजी फजलुर्रहमान ( ठेकेदार) सहाब का अल सुबह लगभग 4 बजे इन्तेकाल हो गया ये काफ़ी समय से बीमार चल रहे थे। इनकी उम्र लगभग 85 साल थी, और इस उम्र में भी बीमार होने के बावजूद बहुत एक्टिव रहते थे। जैसे ही इनके इन्तेकाल की खबर जैसे ही पता चली आस आस पास और मोहल्ले के लोग इनके घर की और दौड़ पड़े, इनके इन्तेकाल की खबर सुनकर बिरादरी में शोक की लहर दौड़ गईं यह 3 भाई और एक बहन थे इनमें सबसे बड़े मरहूम जनाब अब्दुल रहमान सहाब, दूसरे नंबर पर यह खुद हाजी फजलुर्रहमान और तीसरे नंबर पर मरहूम जनाब सुलेमान सहाब और एक बहन मरहूमा अकीला बी थी । इनमे सभी भाई और बहनों में सिर्फ हाजी फजलुर्रहमान सहाब को छोड़ कर बाकी सब भाई बहन का इंतकाल हो चुका है। आज हाजी फजलुर्रहमान सहाब ने भी इस दुनियां को अलविदा कह दिया और हम सबको हमेशा हमेशा के लिए छोड़ कर चले गए , नर्म दिल और मेहमान नवाज़ नेक दिल, हाजी फजुर्रहमान साहब इंडेन ऑयल कंपनी में ठेकेदारी का काम करते थे।

1980-90 के दशक में इंडियन ऑयल कम्पनी में इनकी तूती बोलती थी। इन्होंने इंडियन ऑयल कम्पनी में इतने बड़े बड़े और टैक्निकल काम किए जो बड़े बड़े इंजीनियर भी नही कर पाते थे। सहारनपुर शहर और बिरादरी में इनको ठेकेदार सहाब से भी पुकारा जाता था। खुद पैदायशी इंजीनियर होने के साथ साथ इन्होंने बिरादरी के सैकड़ों लोगों को भी अपने काम में अपने साथ लगाकर रोजगार तो दिया ही साथ ही उनको अपने हुनर में भी माहिर बनाया , अनपढ़ होने के बावजूद पढ़े लिखें बड़े बड़े इंजिनियर जब कोई काम नही कर पाते थे

तो इंडियन ऑयल के अधिकारी हाजी फजलुर्रहमान सहाब को बुला कर सलाह लिया करते थे। इंडियन ऑयल कम्पनी में बड़े बड़े काम करके बिरादरी का नाम रोशन करने वाले ठेकेदार सहाब आज हमें छोड़कर तो चले गए लेकिन बिरादरी इनकी भरपाई नहीं कर पाएगी

इनको आज बाद नमाज असर गोटे शाह कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक किया जाएगा अल्लाह इनकी मगफिरत फरमाएं, सब अजीजो और घरवालों को सब्र - ए - जमील अता फरमाएं, इनकी कब्र को नूर से भरे और जन्नत - उल - फिरदोश में आला मकाम अता फरमाएं अमीन 

@Multani Samaj  


8010884848

7599250450

Tuesday, June 13, 2023

मु वसीम मुल्तानी समाज समाचार पत्रिका के समाचार संपादक मनोनीत बिरादरी में खुशी की लहर


सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार से पंजीकृत और देश की राजधानी दिल्ली से प्रकाशित त्रिमासिक राष्ट्रीय समाचार पत्रिका मुल्तानी समाज के प्रधान संपादक जनाब ज़मीर आलम मुल्तानी ने मोहल्ला पठानपुरा रैती चौक, देवबंद जिला सहारनपुर, उत्तर प्रदेश निवासी मु0 वसीम सहाब को पैदायशी इंजिनियर मुल्तानी लोहार बिरादरी की देश की सबसे बड़ी तंजीम मुल्तानी समाज चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा जनहित में प्रसारित राष्ट्रीय त्रिमासिक समाचार पत्रिका यूटयूब चैनल और न्यूज पोर्टल में बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी सौपी है।

मु0 वसीम सहाब को पत्रिका में समाचार संपादक जैसे अति महत्वपूर्ण पदभार की ज़िम्मेदारी सौपी गईं है। प्रधान संपादक जनाब ज़मीर आलम मुल्तानी जी ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि मु0 वसीम जी के पदभार संभालने के बाद पत्रिका पूरे भारत में बिरादरी

के प्रत्येक सदस्य के हाथों में पहुंचाने का काम होगा और इसमें बिरादरी के टॉप रेटेड चाहे वो किसी भी क्षेत्र में हो उनका इंटरव्यू, फोटो, विचार आदि मुल्तानी समाज पत्रिका में प्रकाशित होगें और यूटयूब पर भी दिखाया जाएगा जिससे बिरादरी को

न्यूज और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए जितना ज्यादा से ज्यादा लाभ होगा पहुंचाया जा सकता है उन्हें लाभ पहुंचाने का काम करेंगे। इसके अलावा बिरादरी के जो भी भाई पत्रकारिता का शौक रखते है इनके ज़रिए उनको अपनी पत्रकारिता करने का शौक भी पूरा होगा 

@Multani_Samaj

8010884848

7599250450

Thursday, June 8, 2023

निवेदन है की दो मिनट का टाइम निकाल कर जरूर पढ़िए ये बकवास नहीं है सच्चाई है समाज की,कटु सत्य..


रिश्ते तो पहले होते थे। अब रिश्ते नही सौदे होते हैं। बस यहीं से सब कुछ गङबङ हो रहा है।

किसी भी माँ बाप मे अब इतनी हिम्मत शेष नही बची कि बच्चों का रिश्ता अपनी मर्जी से कर सकें।

पहले खानदान देखते थे। सामाजिक पकङ और सँस्कार देखते थे और अब ....


मन की नही तन की सुन्दरता , नोकरी , दौलत , कार , बँगला।

साइकिल , स्कूटर वाला राजकुमार किसी को नही चाहिये । सब की पसंद कारवाला ही है। भले ही इनकी संख्या 10% ही हो ।

लङके वालो को लङकी बङे घर की चाहिए ताकि भरपूर दहेज मिल सके और लङकी वालोँ को पैसे वाला लङका ताकि बेटी को काम करना न पङे।


नोकर चाकर हो। परिवार छोटा ही हो ताकि काम न करना पङे और इस छोटे के चक्कर मे परिवार कुछ ज्यादा ही छोटा हो गया है।

पहले रिश्तो मे लोग कहते थे कि मेरी बेटी घर के सारे काम जानती है और अब....

हमने बेटी से कभी घर का काम नही कराया यह  कहने में शान समझते हैं।


इन्हें रिश्ता नही बेहतर की तलाश है। रिश्तों का बाजार सजा है गाङियों की तरह। शायद और कोई नयी गाङी लांच हो जाये। इसी चक्कर मे उम्र बढ रही है। अंत मे सौ कोङे और सौ प्याज खाने जैसा है

अजीब सा तमाशा हो रहा है। अच्छे की तलाश मे सब अधेङ हो रहे हैं।

अब इनको कौन समझाये कि एक उम्र मे जो चेहरे मे चमक होती है वो अधेङ होने पर कायम नही रहती , भले ही लाख रंगरोगन करवा लो ब्युटिपार्लर मे जाकर।


एक चीज और संक्रमण की तरह फैल रही है। नोकरी वाले लङके को नोकरी वाली ही लङकी चाहिये।

अब जब वो खुद ही कमायेगी तो क्यों आपके या आपके माँ बाप की इज्जत करेगी.?

खाना होटल से मँगाओ या खुद बनाओ

बस यही सब कारण है आजकल अधिकाँश तनाव के


एक दूसरे पर अधिकार तो बिल्कुल ही नही रहा। उपर से सहनशीलता तो बिल्कुल भी नहीं। इसका अंत आत्महत्या और तलाक

घर परिवार झुकने से चलता है , अकङने से नहीं.।

जीवन मे जीने के लिये दो रोटी और छोटे से घर की जरूरत है बस और सबसे जरुरी आपसी तालमेल और प्रेम प्यार की एक दूसरे की परवाह करने की लेकिन.....


आजकल बङा घर व कर अवश्य ही चाहिए चाहे मालकिन की सी अहमियत न मिले ।

आजकल हर घरों मे सारी सुविधाएं मौजूद हैं....

कपङा धोने की वाशिँग मशीन

मसाला पीसने की मिक्सी

पानी भरने के लिए मोटर

मनोरंजन के लिये टीवी

बात करने मोबाइल

फिर भी असँतुष्ट...

पहले ये सब कोई सुविधा नहीं थी। पूरा मनोरंजन का साधन परिवार और घर का काम था , इसलिए फालतू की बातें दिमाग मे नहीं आती थी।

न तलाक न आत्महत्या का ख्याल

आजकल दिन मे चार पांच बार आधा आधा घँटे मोबाइल मे बात करके , घँटो सीरियल देखकर , ब्युटिपार्लर मे जाकर समय बिताकर।

मैं जब ये जुमला सुनता हूँ कि घर के काम से फुर्सत नही मिलती तो हंसी आती है। बेटियों के लिये केवल इतना ही कहूँगा की पहली बार ससुराल हो या कालेज लगभग बराबर होता है। थोङी बहुत अगर ससुराल में परेशानी है, तो उसे कालेज की रैगिँग समझकर सहन कर लो।

कालेज मे आज जूनियर हो तो कल सीनियर बनोगे। ससुराल मे आज बहू हो तो कल सास बनोगी।

समय से शादी करो। स्वभाव मे सहनशीलता लाओ। परिवार में सभी छोटे बङो का सम्मान करो। 

आत्मघाती मत बनो। जीवन मे उतार चढाव आते रहते है। सोचो समझो फिर फैसला लो। बङो से बराबर राय लो। उनके उपर और ईश्वर पर विश्वास रखो

विचार करे की हम कहा से कहा आ गये...

@Multani_Samaj

8010884848

7599250450

Tuesday, June 6, 2023

Rs2300000 Lakh अग्निपथ स्कीम के तहत सेना में शामिल होने के लिए 24 जून से रजिस्ट्रेशन और 25 जुलाई से ऑनलाइन एग्ज़ाम शुरू होंगे,,17 से 23 साल के बीच मुसलमान बच्चे जो 10वी 12वी पास है ज़रूर इस मुहिम का हिस्सा बने ,,अपने आसपास के मुस्लिम बच्चों तक ये जानकारी पहुंचाएं ।।


ज़रूर से ज़रूर इस जानकारी को मस्जिद के इमामों और अपने दोस्त रिश्तेदारों तक पहुंचाएं।

समझ रहे हों ना ये किस के लिए तैयारी हो रही हैं  इसलिय वक्त  रहते हुवे हमें भी भर्ती होने के लिए तैयारी स्टार्ट कर देनी चाहिए

पहला साल- 21,000×12= 2,52,000

दूसरा साल- 23,100×12= 2,77,200

तीसरा साल- 25,580×12= 3,06,960

चौथा साल- 28,000×12= 3,36,000

कुल मिला कर 11 लाख 72 हज़ार 160 रुपए, चार सालों में मिलेंगे उसके बाद, रिटायरमेंट पर 11 लाख 71 हज़ार। 

मियां बाबू, जॉब आर्मी की है, रहना खाना, इलाज वगैरह सब फ़्री है, मतलब जो उम्र नुक्कड़ों पर चाय सिगरेट में निकल जाती है, उन 4 सालों में 23 लाख 43 हज़ार 160 रुपये कमाने का सुनहरा अवसर है। 


आप 17 से 23 साल की उम्र के लड़के अग्निपथ योजना के तहत भारतीय सेना को जॉइन ज़रूर कीजिए। समझिए मोदी जी सरकारी पैसों से 4 साल आपको आर्मी की ट्रेनिंग देंगे, साथ मे इतने सारे पैसे भी, जॉब वैसे भी नहीं है, बारवीं या गरेड्यूशन करने के बाद सीधे अग्निपथ के रास्ते पर चले जाइए, यही आपका भविष्य है और हमारा भी। 

उसके बाद 24-25 की उम्र में रिटायरमेंट के बाद, इन पैसों से कोई बिजनेस शुरू कर लीजिएगा, या नहीं तो इंडियन आर्मी की ट्रेनिंग के साथ गल्फ़ तो है ही, आर्मी का अनुशासन आपके बहुत काम आएगा। लाइफ जैसी अभी चल रही है, उससे बेहतर तय है। तो आप अग्निपथ योजना के विरोध का हिस्सा मत बनिए बल्कि ये समझिए कि, आप के लिए बल्क में, आर्मी तक नहीं पहुँचने का जो आरक्षण था अब वो ख़त्म हो चुका है।


अपना मुस्तक़बिल सुरक्षित कीजिए और सोचिए 24 के उम्र में 0 से आर्मी ट्रेनिंग के साथ कुल मिला कर 11 लाख रूपये सैलरी के रूप में मिलने वाला पूरा पैसा अगर आप ख़त्म भी कर देते हैं तो रिटायरमेंट के वक़्त मिलने वाला 11 लाख 71 हज़ार रुपिया कम नहीं है।।

ज्यादा से ज्यादा मुस्लिम बच्चो को बताए 

फॉरवर्ड टू ऑल मुस्लिम ग्रुप एंड मेंबर्स

@Multani_Samaj

8010884848

7599250450

Sunday, June 4, 2023

मिर्ज़ा वेलफेयर सोसाइटी रजिस्टर्ड और सुभारती मेडिकल हॉस्पिटल मेरठ के तत्वावधान में क़स्बा फलावदा में एक स्वास्थ्य जांच शिविर का सफल आयोजन


पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार मिर्ज़ा वेलफेयर सोसाइटी रजिस्टर्ड और सुभारती मेडिकल हॉस्पिटल मेरठ के तत्वावधान में क़स्बा फलावदा में एक स्वास्थ्य जांच शिविर का सफल आयोजन मदरसा दरबार फलावदा में हुआ। कार्यक्रम संयोजक एवं सोसाइटी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मिर्ज़ा हसीमुद्दीन हमदम फलावदवी व सोसायटी के महासचिव इस्माइल मिर्जा सरधनवी ने बताया कि सुबह 10:00 बजे से 3:00 बजे तक चलने वाले शिविर में 450 मरीजों की जांच हुई तथा दवाइयां मुफ्त वितरित की गई।

जांच शिविर में,, सोसाइटी के अनेक पदाधिकारियों ने में भी प्रतिभाग कर शिविर का जायज़ा लिया एवं कामयाबी पर ख़ुशी का इज़हार किया। 


  जांच शिविर में सुभारती मेडिकल हॉस्पिटल मेरठ से डाक्टरों की टीम में मोनिका बंसल, व्योम स्वामी, संपूर्ण, अरीब, कपिल, अमिषा, श्रीकांत पूर्व भट्ट, त्रिहन ने नेत्र रोग, बाल रोग, स्त्री रोग, कैंसर रोग,




दन्त रोग, पेट रोग, त्वचा रोग, कान रोग, गला रोग, कान रोग, कान रोग, गला रोग, हड्डी रोग, और हृदय रोगियों की जांच कर मौक़े पर ही दवाएं वितरित की। 

 


कार्यक्रम के संयोजक मिर्ज़ा हसीमुद्दीन हमदम फलावदवी ने डाक्टर-टीम को ममेण्टों देकर आभार व्यक्त किया एवं पूर्व चेयरमैन मिर्ज़ा


शफीकुददीन,पूर्व चेयर पर्सन पुत्र सैयद मुहम्मद ईसा व समाज सेवक नायाब मिर्ज़ा ने टीम का धन्यवाद किया।

@Multani_Samaj_News

8010884848

7599250450


मुल्तानी लोहार बिरादरी के शादी लायक लड़के लड़कियों के रिश्तों को आसान बनाया ?....

 


पूरे भारत में मुल्तानी समाज चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा अपनी ही बिरादरी के शादी लायक बच्चों के रिश्तों को आसान बनाने के मक़सद से _*रिश्तों की दुनियां*_ नाम से एक मुहिम की शुरुआत की गई थी। इस ग्रुप और वेबसाईट बनाने का एकमात्र मक़सद था और है भी कि बिरादरी के शादी लायक बच्चों के रिश्ते की तलाश करने के लिए हमें दर दर की ठोकरें ना खानी पड़े महंगाई का दौर है ।

हमारा काम धंधा भी ना छूटे और हमें कहीं भी रिश्ते ढूंढने आना जाना ना पड़े इस काम के लिए हमने अपनी पूरी टीम बनाई और सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भी बनाएं कुछ समय तक तो यह सब बिरादरी के कुछ भाईयो को बिल्कुल बकवास डिसीजन लगा लेकिन जब बच्चे बच्चियों के रिश्ते की मांग बढ़ने लगी जिसका पता हमें जब चला तब किसी तकनीकी कारण से हमारी रिश्तों वाली वेबसाईट बंद हो गई ,

वेबसाईट के बंद होते ही संस्था के पास बिरादरी के उन सभी हजरात की कॉल आनी शुरू हो गई जिन्होंने अपने शादी लायक बच्चो के रिश्ते हमारी इस वेबसाईट पर अपलोड किए हुए थे। आज आपको इस मैसेज के माध्यम से बताना चाहते है कि हम अपनी बिरादरी केवल ( मुल्तानी लोहार ) बिरादरी के लिए ही रिश्ते लगाते है। और आपके जरिए हमें भेजी गई डिटेल हमारे पास पूरी हिफाजत के साथ रखी जाती है ताकि कोई भी अनजान व्यक्ति आपका डाटा चुरा ना सके इसका माकूल इंतजाम मुल्तानी समाज चैरिटेबल ट्रस्ट ने किया हुआ है। इस रिश्ते की मुहिम में नौजवान बच्चे, बच्चियों के साथ साथ तलाक शुदा और जिनकी बीवी या शौहर अब इस दुनियां में नही है

और वो अपना जीवन साथी चुनना चाहते हो ऐसे लोगो का भी हमने खास ख्याल रखा है। अभी कुछ दिनों से हमारी रिश्तों की दुनियां वाली वेबसाईट बंद है। इस वेबसाईट को चलाने के लिए बहुत बड़ी रकम खर्च करनी पड़ती है। क्योंकि यह स्पेशल एक ही विशेष  बिरादरी को टारगेट करती है और उनके ही रिश्तों को अपनी वेबसाईट पर अपलोड करती है जिसके लिए बाकायदा पूरी सपोर्ट टीम बैठानी पड़ती है।

महंगाई का दौर है टैक्निकल टीम पर अच्छा खासा खर्चा करना पड़ता है और हमारी ट्रस्ट इस काम के लिए किसी भी प्रकार का दान या चंदा नही लेती इसलिए इस वेबसाईट पर फ्री और कुछ मामूली फीस रखी गई है। इस वेबसाईट को संस्था जल्द ही आप लोगो के लिए दोबारा ओपन करने जा रही है। आप सभी हजरात से पुरखुलुश गुजारिश है कि पहले की ही तरह इस बार भी अपना प्यार बनाए रखे । आपकी दुआओं का तलबगार मो0 आलम राष्ट्रीय चेयरमैन मुल्तानी समाज चैरिटेबल ट्रस्ट ( रजि0 ) नई दिल्ली , भारत मो0 7503296786


@multani_samaj

8010884848
7599250450