Tuesday, October 25, 2022

मोहम्मद दिलशाद का बंगाल में हुआ इन्तेकाल लगभग 36 घंटे में मय्यत शाहपुर पहुचने की उम्मीद

 


बड़े ही दुःख के साथ लिखना पड़ रहा है कि मुल्तानी समाज चैरिटेबल ट्रस्ट देवबंद के वाईस सदर जनाब हाजी दानिश उमर साहब के ताया जाद भाई के बेटे का बंगाल में हार्ट अटैक से इन्तेकाल हो गया है। वो लगभग 50 साल के थे।  मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जिला मुजफ्फरनगर के कस्बा शाहपुर के मोहल्ला इस्लामाबाद निवासी मोहम्मद दिलशाद उर्फ मोला दिया अपना ट्रक लेकर बंगाल गए हुए थे। आज बा तारीख़ 26 अक्टूबर 2022 दिन बुध को सुबह लगभग 4 बजे बंगाल में ही हार्ट अटैक आ जाने से उनका इन्तेकाल हो गया जैसे ही उनके इन्तेकाल की खबर उनके परिजनों को मिली तो घर में कोहराम मच गया धीरे धीरे यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गई और उनके सभी रिश्तेदारों और खानदान वालो को पता चली तो सब यह खबर सुनकर दंग रह गए । मुल्तानी समाज चैरिटेबल ट्रस्ट के सीनियर वाईस चेयरमैन हाजी दानिश उमर ने मुल्तानी समाज न्यूज के संवाददाता को मामले से अवगत कराते हुए बताया कि मय्यात लगभग 36 घंटे बाद उनके पैतृक कस्बा शाहपुर पहुचने की उम्मीद की जा रही है। आप सभी हजरात से गुजारिश है कि मय्यत की मगफिरत के लिए दुआ करें और इस खबर को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि बिरादरी के ज्यादा से ज्यादा भाइयों को जानकारी हो और इनके हक में दुआ करें। इनके दफीने की इत्तला जल्द ही आप तक पहुचा दी जाएगी

@Multani Samaj

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Sunday, October 23, 2022

अजमेर, 20वाँ मुस्लिम प्रतिभा सम्मान समारोह 20नवंबर को आयोजित होगा

 


अजमेर, राजस्थान 

20 वा मुस्लिम प्रतिभा सम्मान समारोह 20 नवंबर को

आज दिनांक 23 अक्टूबर रविवार को अजमेर मुस्लिम एजुकेशनल वेलफेयर एसोसिएशन जिला अजमेर की एक बैठक कचहरी मस्जिद के बाहर परिसर में रखी गई

एसोसिएशन के सदस्य आरिफ हुसैन ने बताया कि वर्ष की भांति इस वर्ष अजमेर जिले की मुस्लिम होनहार विद्यार्थियों की हौसला अफजाई के लिए 20 नवंबर 2022 को 20 वा मुस्लिम प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित किया जा रहा है 

जिसमें सभी बोर्ड के 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों के लिए जिन्होंने 80% या उससे अधिक और स्नातक और स्नातकोत्तर परीक्षा में 70 परसेंट या उससे अधिक अंक प्राप्त किए उनको अकादमिक समारोह में सम्मानित किया जाएगा

इसी प्रकार विभिन्न सांस्कृतिक साहित्यक गतिविधियों के विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा जिन प्रतिभाओं का किसी सर्विसेज आर्मी नेवी आदि में सिलेक्शन हुआ है उनको भी समारोह में सम्मानित किया जाएगा 

एसोसिएशन ने निर्णय लिया है कि 10 नवंबर तक विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा 

आज भी इस बैठक में अजमेर शहर, ब्यावर, केकड़ी, नसीराबाद, किशनगढ़, सरवाड़, पीसांगन, गोविंदगढ़, भिनाय, मसूदा, के प्रतिनिधियों ने भाग लिया 

बैठक में श्रीनगर पंचायत समिति के पूर्व प्रधान मेहराज खान, उमर दराज खान, एतेजात खान, अकरम सिद्दीकी, नजाकत हुसैन, जाकिर कायमखानी, मोइनुद्दीन खान खानपुरा, यासीन खान रिटायर्ड रेलवे, नवाब हिदायतल्लाह, एसबीआई से रिटायर्ड मुस्ताक अहमद हाशमी, साहिल हुसैन, तौफीक अली, मोहम्मद शफीक, हसन, अनवर शरीफ,  मोहम्मद असलम खंडेला, नजर खान, एडवोकेट जावेद, एडवोकेट अकबर नसीराबाद, मोहम्मद फरीद रिटायर्ड शिक्षा विभाग किशनगढ़, अयूब गोरी ब्यावर , मोहम्मद शब्बीर गफ्फार खान केकड़ी, मोहम्मद जमाल, नासिर भिनाय, गुलाम मुस्तफा गोविंदगढ़, मोहम्मद अली पिसंगन आदि जगहों से एसोसिएशन के सदस्य मीटिंग में सम्मिलित हुए,

कार्यक्रम से संबंधित सभी को अपने अपने क्षेत्र में समारोह संबंधित डॉक्यूमेंट एकत्रित करने के लिए स्थान का चयन किया गया साथ ही एसोसिएशन के सदस्य कोई प्रतिभा रह ना जाए उसके लिए पूरे जिले का दौरा करेगी।

Friday, October 21, 2022

अजमेर, अल्हाज हाफ़िज़ अब्दुल क़य्यूम साहब पँवार के बाग़ में खिला फूल,

 


अजमेर, राजस्थान 

अल्हाज हाफ़िज़ अब्दुल क़य्यूम साहब पँवार, के साहबज़ादे अब्दुल ग़फ़्फ़ार, के बागीचे में 20अक्टूबर 2022 को एक नन्हा फूल खिला, 


अल्हाज हाफ़िज़ अब्दुल क़य्यूम साहब पँवार, अजमेर, अपने पीछे 7 लड़के, और 1 लड़की छोड़ कर गए, 



अल्हाज हाफ़िज़ अब्दुल क़य्यूम साहब पँवार के 7 पोते और 7 पोतियाँ हैं 

और एक नवासा, एक नवासी है, 


वहीं अल्हाज हाफ़िज़ अब्दुल क़य्यूम साहब पँवार के 4 परपोती हैं 


 अल्लाह रब्बुल इज्जत से दुआ है कि अपने हबीबे पाक के सदके और बहाउद्दीन जकरिया मुल्तानी के तुफेल इनकी बगिया में और फूल खिलते रहें और सभी सलामत व खुश आबाद रहें, 

आमीन


                    अब्दुल क़ादिर मुलतानी का भतीजा 


Thursday, October 20, 2022

बिरादरी ने एक ओर कोहिनूर हीरा हमेशा हमेशा के लिए खो दिया

 


बड़े ही दुःख के साथ लिखना पड़ रहा है कि हाजी इश्तियाक साहब , (झिंझाना वाले ) हाल निवासी सलेक विहार, शामली का 20 अक्टूबर 2022 की रात लगभग 1 बजे दिल्ली हॉस्पिटल में इंतकाल हो गया वो लगभग 74 साल के थे। हाजी इश्तियाक साहब को 20 अक्टूबर 2022 को कस्बा थानाभवन में सड़क पार करते समय कोई अंजान बाईक से भीडत हो गई जिसमें बाईक सवार को भी गंभीर चोटे आई आनन फानन में उनके रिश्तेदार उन्हें हॉस्पिटल ले गए तो थानाभवन के चिकित्सको ने उन्हे शामली और फिर दिल्ली रेफर कर दिया लेकिन उनकी बेहोशी नही टूटी तो घरवाले उनको कल दिल्ली ले गए जहां रात 1 बजे उनका इंतकाल हो गया इनकी नमाज़-ए-जनाजा जुमें की नमाज़ के फोरन बाद तैमूर शाह , मदरसे में होगी , अल्लाह इनकी मगफिरत फरमाए और घर वालो को सब्र - ए - जमील अता फरमाए आमीन

@Multani Samaj

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अजमेर, अंजुमन मोहिब्बाने अहलेबेत की और से राज्य स्तरीय अजीमुशान जलसा जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी 26 अक्टूबर ,बुधवार को

 



अजमेर। राजस्थान 

पैगंबर हजरत मुहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैह वसल्लम के जश्न-ए-विलादत (जन्मदिन) के सिलसिले में अंजुमन मोहिब्बाने अहलेबेत की जानिब से गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी प्रदेश स्तरीय अजीमुशान जलसा जश्न-ए-ईद  मिलादुन्नबी शोरग्रान मोहल्ला इमाम बारगाह रोड स्थित अंजुमन चिश्तिया शेखजादगान यादगार गेस्ट हाउस में रात 9.30 बजे शब बाद मामुल अस्ताना-ए-आलिया जश्न ईद मिलादुन्नबी निहायत अदबो एहतराम व शानो शोकत से मनाया जाएगा। 



यह जानकारी देते हुए संस्था के अध्यक्ष और कार्यक्रम के संयोजक मोहम्मद अहसान मिर्जा ने बताया कि महफ़िल का आगाज़ हस्बे रिवायत तिलावते कलामे इलाही से हाफिज कारी हाजी रमजान नक्शबंदी करेंगे। 

 शिजराख्वानी हाजी खलील अहमद एंड पार्टी पेश करेगी।  नात व मनकबत के नज़राने पेश किए जायँगे। जिसमें देश के मशहूर व मारूफ शोहरत याफता शायरों के साथ मकामी शोहरा व मासूम बच्चे भी अपने मूनफरीद अंदाज़ में अकीदत का नज़राना पेश करेंगे। 

दरगाह की शाही चौकी के कव्वाल महफिले समा (कव्वाली) में सूफियाना कलाम पेश करेंगे।

हजरत मौलाना शमीम चिश्ती साबरी, कलियर शरीफ उत्तराखंड,

 महबूब आलम कादरी, झारखंड,

 मौलाना मुफ्ती कारी नुरुलहुदा, संत कबीर नगर खलीलाबाद, उत्तर प्रदेश,

 मौलाना मुकर्रम आलम अशरफी, भागलपुर, 

मुफ्ती बशीरुल कादरी, अजमेर शरीफ 

 हाफिजकारी जाकिर हुसैन शम्सी ,अजमेर शरीफ 

दानिश रजा, पाली राजस्थान 

व अन्य वक्ता सिरते पाक पर खिताब फरमाएंगे। इस अवसर पर दरगाह क्षेत्र को विशेष रोशनी से सजाया जायेगा। 

शादियाने नोबत,शहनाई बजायी जायगी । बैंडवादक सूफियाना कलाम पेश करेंगे।

 हाजी खलील एन्ड पार्टी सलातो सलाम पेश करेगी। फातेहा के बाद मुल्क में अमन,चैन व खुशहाली आपसी भाईचारे व कौमी यज्ञजहती के लिए विशेष इज़तेमाई दुआ की जायेगी।

कार्यक्रम में सभी धर्म-वर्ग के लोग व शहर के गणमान्य नागरिक शामिल होंगे। कार्यक्रम में लंगर (भंडारे) का एहतमाम (आयोजन) किया जाएगा।  कार्यक्रम का संचालन मिर्जा मोईन अरशदी करेंगे


Sunday, October 16, 2022

बरेली (यूपी) निकाह पढ़ाने गए सज्जादनशीन गैर शरई काम देख लौटे, अब शादी में ग़ैर शरई काम होने पर निकाह नहीं पढ़ाएंगे इमाम,

 


*📍"निकाह पढ़ाने गए सज्जादानशीन, गैर शरई काम देख लौटे*


*15 अक्टूबर 2022*


*🌷सुन्नी बरेलवी मसलक की सबसे बड़ी दरगाह में से एक आला हजरत के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां एक शादी में गैर शरई काम देख निकाह पढ़ाए बिना वापस लौट आए। सज्जादानशीन ने देश के तमाम सुन्नी बरेलवी मसलक से जुड़े मौलवी, काजी से कहा कि जिस शादी में बैंड-बाजा, डीजे व आतिशबाजी हो या मर्द औरत एक साथ और खड़े होकर खाना खाते हों वहां निकाह न पढ़ाएं।*



*दरगाह आला हजरत के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि सज्जादानशीन गुरुवार को कैंट स्थित गांव कांधरपुर में निकाह पढ़ाने गए थे। शादी में दाखिल होने से पहले ही उन्होंने देखा कि वहां औरत, मर्द साथ खाना खा रहे हैं। खाना भी खड़े होकर खिलाया जा रहा था। इससे नाराज होकर वे लौट आए। नासिर ने बताया कि सज्जादानशीन देश भर में हो रहे गैर शरई कार्यों को लेकर मुहिम चला रहे हैं। देश भर के सभी काजी व मौलवियों से अपील भी की जा चुकी है कि जिन शादियों में बैंड-बाजा, डीजे व आतिशबाजी हो उनके निकाह हरगिज न पढ़ाएं।*


*सज्जादानशीन ने कहा कि देखा जा रहा है कि शादी के नाम पर गैर शरई कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है। लड़की वालों से दहेज की मांग की जा रही है। इसे किसी भी सूरत में सही नहीं ठहराया जा सकता। सज्जादानशीन ने कहा कि दहेज की मांग का चलन बढ़ रहा है। इसको रोकना होगा। डीजे, ढोल-बाजे और आतिशबाजी इस्लाम में नाजायज और हराम है।*


*सोशल मीडिया के जरिये हो रही अपील*


*नासिर ने बताया कि सज्जादानशीन की अपील को सोशल मीडिया के जरिए देश भर के उलेमा को भेजा जा रहा है। इस मसले पर काजी और मौलवियों की एक बैठक दरगाह पर बुलाई जाएगी, जिसमें अपील की जाएगी। उलेमा, काजी और मौलवी देश भर में सज्जादानशीन का पैगाम उर्स की महफिल, जलसों व जुमे की नमाज में आम लोगों तक पहुंचाएं।*

Wednesday, October 5, 2022

अजमेर, जशने ईद मिलादुन्नबी के जुलूस में 500वालंटियर देंगे अपनी सेवाएं,

 


अजमेर। जश्ने ईद मिलादुन्नबी के मौके पर निकलने वाले जुलूस की व्यवस्था में 500 वॉलिंटियर अपनी सेवाएं देंगे इसके लिए सूफी इंटरनेशनल द्वारा सभी स्वयंसेवकों को आईडी कार्ड उपलब्ध कराए जा रहे हैं।                         

  सूफी इंटरनेशनल के सचिव नवाब हिदायत उल्ला ने बताया कि रविवार को प्रातः 10:00 प्रारंभ होने वाले जुलूस में हजारों अकीदतमंद शामिल होंगे, 

जुलूस में सभी व्यवस्थाएं सुव्यवस्थित रहें इसके लिए समाज के युवाओं को जोड़ा गया है, 

जुलूस के दौरान यातायात, लंगर, पार्किग, तथा जुलूस मार्ग को सुचारू रखने के लिए वॉलिंटियर की टीमों का गठन किया गया है

 इसके लिए लगभग 500 युवाओं ने व्यवस्था करने की जिम्मेदारी ली है। 

सभी वॉलिंटियर्स को आईडी कार्ड शुक्रवार रात्रि 9:00 बजे मोइनिया हॉल घसेटी बाजार मैं वितरित किए जाएंगे ।

 साथ ही अलग-अलग दलों का गठन कर सबको जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी।

 जुलूस में किसी प्रकार का व्यवधान ना हो इसके लिए वीडियोग्राफी कराई जाएगी साथ ही ड्रोन से भी जुलूस पर नजर रखी जाएगी जिससे किसी अनहोनी से बचा जा सके।  


                     ****इंसानियत का दें पैगाम****

                                                                                       इस मौके पर शहर काजी मौलाना तौसीफ अहमद सिद्दीकी ने कहा कि मोहम्मद साहब ने अपने जीवन काल में सभी को मोहब्बत और इंसानियत का पैगाम दिया है 

यही वजह है कि आज पूरी दुनिया में सभी धर्मों के लोग उनकी शिक्षाओं की रोशनी में अपनी जिंदगी में उतार कर अपने देश और समाज का विकास कर रहे हैं 

हमें भी यही अखलाक अपने जीवन में उतारना चाहिए और अपने पड़ोसियों का ख्याल रखते हुए उनके हर दुख दर्द में काम आना चाहिए 

उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से जुलूस का आयोजन किया जा रहा है उसमें भी इंसानियत के पैगाम को आम किया जाएगा और सभी से मोहब्बत से पेश आने की शिक्षा दी जाएगी। 

उन्होंने सभी से अपील की है कि ईद मिलादुन्नबी के जुलूस में शिरकत करें और मोहम्मद साहब की बताई हुई बातों पर अमल करते हुए एकता का परिचय दें ऐसी कोई बात ना की जाए जो इन्सानियत के विरूद्ध हो।

Sunday, October 2, 2022

रेत पर पड़ी हज़ारो मछलियो को कैसे बचाएं ? लाखो मुसलमानों के हालात कैसे बदलें

 


एक आदमी समुंदर के किनारे टहल रहा था उसने दूर से देखा कि कोई शख़्स नीचे झुकता है और कुछ उठाकर समुंदर मे फेंक देता है ,

 वो क़रीब गया तो देखता है कि हज़ारों मछलियां किनारे पर पड़ी तड़प रही हैं, शायद किसी बड़ी मौज मछलियो को रोत पर छोड़ गई हो और यह आदमी एक एक या दो दो मछली को उठा उठा कर समुंदर में फेंक कर उनकी जान बचाने की कोशिश कर रहा था।

उसे इस शख़्स की बेवकूफ़ी पर हंसी आई और हंसते हुए उससे पूछा: इस तरह क्या फ़र्क पड़ेगा हज़ारो मछलियां हैं चंद मिनट में मर जाएंगी कितनी को बचा पाओगे?


 यह सुन कर वो शख़्स इसकी तरफ़ देखता हुआ फिर नीचे झुका और एक मछली को उठा कर समुंदर मे उछाल दिया, वह मछली पानी में जाते ही तेजी से तैरती हुई आगे निकल गई फिर उसने सुकून से पूछने वाले से कहा "इस मछली को फ़र्क पड़ा", यह जवाब सुनते ही दूसरा शख़्स भी उसके साथ जुड़ गया एक एक मछली की जान बचाता रहा और इस सिलसिले से हज़ारों मछलियों को ज़िन्दगी मिल गई। 

इस कहानी से हमें यह समझ आता है कि हमारी छोटी सी कोशिश से अचानक भले ही मजमूई हालात न बदलें मगर किसी एक या चंद के लिए वो कोशिश फ़ायदेमंद साबित हो सकती है।


 इसी बात को लेकर #मुल्क में कई तंजीमें/समाज / संस्थाये  मुल्क स्तर पर सूबाई स्तर, जिला स्तर, ओर कुछ इलाकाई स्तर पर  अपना काम अपनी सलाहियत के मुताबिक कर रही है, हमें मालूम है हम अचानक पूरे हालात नहीं बदल सकते     

हम सालों से काम कर रहे हैं बहुत कुछ बदला है और हमें मालूम है हमारी जद्दोजहद का फ़ायदा और कामयाबी शायद हमें न देखने को मिले मगर हमार अगली नस्ल ज़रूर देखेगी #इसलिए_आज हम डरेंगे नहीं, हम हटेंगे नहीं, हम ना उम्मीद नही होंगे, हम रुकेंगे नहीं जिसे जैसे रोकने की कोशिश करनी है करते रहें, हम सोच हैं हम कोई तंज़ीम नहीं।

उम्मत के तमाम लोगों से मैं यही कहना चाहूंगा कि दिल बड़ा रखें और हैसियत के मुताबिक कोशिश करते रहें,        

यह फ़िक्र न करें कि आपकी कोशिश से समाज में कितनी तबदीली आई? आप बस अपना हिसाब करें और सोचें कि आपने अपने हिस्से की ज़िम्मेदारी कहां तक अदा करी?

 अल्लाह हमें अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने वाला बना दे...


क़ौम की खिदमत कोई क्या खाक करेगा

अल्लाह जिससे चाहे उसी से काम लेता है


किसी की टांग खिंचने से बहेतर है उसका हाथ पकड़ कर चले


"कोम की खिदमत आपकी हमारी इन्सानियत है ।"


या अल्लाह क़ौम ए मुस्लिम की मदद फ़रमा...आमीन

 #MSCT