बेहट - एएमयू के संस्थापक सर सयैद अहमद खान जयंती पर कस्बे की शिक्षण संस्था एस एस जूनियर हाई स्कूल में सर सयैद डे का आयोजन किया गया- जिसमें गोष्ठी का आयोजन, व सांस्कर्तिक कार्येक्रम कर छात्र छात्राओं को सर सय्यद अहमद खान के बारे में बताया गया।
सर सयैद डे पर मुख्य अतिथि एडवोकेट हमज़ा मसूद रहे।
साथ ही सहारनपुर से मिर्ज़ा बिरादिरी के सदर हाजी कासिम हाजी कासिम साहब, हाजी तौकीर साहब,अब्दुल खालिक साहब,मास्टर अरशद मिर्जा , इकबाल साहब, शमीम अख्तर साहब,अफजाल मुगल साहब,असलम मिर्जा साहब,आकिल जैन साहब,शाहनवाज साहब,एडवोकेट शकील साहब, वगैराह।
कार्यक्रम मे बोलते हुए हमज़ा मसूद ने कहा की- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के संस्थापक सर सैयद अहमद खान ने बहुत कदम उठाए. शिक्षा के लिए उन्होंने पैरों में घुंघरू बांध कर चंदा मांगा. सर सैयद अहमद खान ने अंग्रेजों की गुलामी के समय मुस्लिमों में शिक्षा का अलख जगाने की मुहिम चलाई- उन्होंने बच्चों के अपने ए.एम.यु के सफर को भी विस्तारपूर्वक बताया-
हाजी तोकीर ( सहारनपुर) ने कहा की सर सैयद अहमद खान 1857 की क्रांति के बाद की स्थिति को समझ गए थे. सर सैयद ने देश की आजादी के लिए चिंतन किया. सर सैयद अहमद खान उस समय शिक्षा को राजनीतिक सशक्तिकरण का माध्यम मानते थे. उन्होंने माना कि अगर हम शिक्षा में आगे आए तो उन्नति करेंगे..
,कार्यक्रम से एक दिन पूर्व विद्यालय में सर सैयद के जीवन परिचय पर निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया था जिसके विजेता बच्चों को भी पुरुस्कृत किया गया
कार्यक्रम को मो० अहमद काज़मी, जैदी सय्यद, का० शोकत, शिफाउल मलिक, टीपू सुल्तान, सत्य प्रकाश रोहिला, शेख परवेज़ ने भी सम्बोंधित किया
कार्येक्रम की सदरत पिरु मियाँ व संचालन फैसल मिर्ज़ा ने किया
इस मोके पर मिर्ज़ा फजलूर रहमान, अब्दुल माजीद, राजकुमार बिरला, मा०कय्युम, सभासद मुर्तजा, सभासद, गुल्लू, सभासद अजय, अब्दुल बासित, मुंसी सलामत, डा. आबिद, मुजीब आदि मौजूद रहे।
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