पहले अंजुमन के सिस्टम में ही सुधार होना है जैसे- अंजुमन में अंजुमन रहबर कमेटी का गठन हो सकता है इसमें पांच सदस्य समिति बन सकती है जिसमें 11सदस्य समिति के पुराने सभी चारों सदस्यों को लिया जा सकता है तथा एक अन्य व्यक्ति को जोड़कर पांच सदस्यों की अंजुमन रहबर समिति बनाई जा सकती है । अंजुमन कौर कमेटी में 11 सदस्य समिति की बजाय 15 सदस्य समिती भी बनाई जा सकती है । जो अंजुमन और बिरादरी की खिदमत करने का काम करेगी ।निर्वाचन समिति सदर, सेक्रेट्री व खजांची का समय पांच वर्ष से घटाकर 3 वर्ष भी किया जा सकता है । प्रत्येक 3 वर्ष में मेंबर शिप बढ़ाने का नई वोट और नई वोटर लिस्ट बनाने का काम तय किया जा सकता है । हर तीन साल बाद अंजुमन के चुनाव बिरादरी की वोटों से ही कराने का प्रावधान लागू किया जा सकता है
तथा अंजुमन की निर्विरोध कमेटी बनाने को हमेशा के लिये बंद किया जा सकता है ।अंजुमन के भवन को बिरादरी की खिदमत में यानि मुल्तानियों की धर्मशाला के रूप में ही रखा जा सकता है । अंजुमन के भवन को किसी भी तरहां की कारोबारी आमदनी से दूर रखने का प्रावधान भी लागू किया जा सकता है । अंजुमन की साफ-सफाई , दीया -बत्ती, आगंतुक की मेहमान नवाजी के लिये अंजुमन में पारिवारिक खादिम रखकर हर वक्त तैयार रखा जा सकता है ।
हर साल अंजुमन का वार्षिकोत्सव यानि सालाना इजलास मनाने का और इसी दिन अंजुमन का आमदनी जमा खर्च ऑडिट पेश करने का प्रावधान लागू किया जा सकता है । सुबरात यानि शब ए बारात से रमजान का चांद दिखने तक बिरादरी के हर मजलूम और जरूरत मंदों की मदद करने का काम किया जा सकता है । रमजान में हर रोज रोजा इफ्तार कराने का प्रोग्राम तय किया जा सकता है ।रमजान में 3 सफीने तरावीह की नमाज़ पढ़वाने का काम अमल में लाया जा सकता है । अंजुमन में ईद मिलन समारोह भी कराने का प्रोग्राम भी कराया जा सकता है ।
अंजुमन में ईद उल अजहा के मौके पर बहन बेटियों के जरूरत के सामान के लिये ईद 5 दिवसीय शापिंग मेला भी लगाया जा सकता है । अंजुमन में हर 15 अगस्त यानि यौमें आजादी के दिन तिरंगा झण्डा फहराने के साथ-साथ अदबी मुशायरा और वतन की जांनिसार शहीद ए आजम हस्तियों का तआर्रुफ भी कराया जा सकता है ।अंजुमन को दारूल इफ्ता देवबंद से जोडा जा सकता है । अंजुमन में हर रोज शाम को कुरआन और उर्दू पढ़ाने का ट्यूशन सेंटर बनाया जा सकता है ।
यानि अंजुमन में पूरे साल रौनक अफ़रोज़ हो सकती है । ये सब बिरादरी के मश्विरे और सहयोग से ही होगा । इसके अलावा बिरादरी के बुजुर्ग की देखभाल और युवा बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिये अंजुमन बराबर काम कर सकती है और करती रहेगी । आपका सहयोग ही हमारी ताकत और हमारी रहबरी होगी । अंजुमन अब काम करेगी । बिरादरी का ऊंचा नाम करेगी।। आपका खादिम आपका बेटा आपका भाई अलीहसन मुल्तानी अंजुमन के पास बड़का मार्ग़ बड़ौत जिला बाग़पत उप्र। फोन नंबर- 9917866561,9565158666,9027004684,8307308750, अस्सलामु अ़लैईकुम जी ।
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