Friday, September 4, 2020

मुलतानी बिरादरी के ही एक अध्यापक शिक्षको की समस्याओ के लिये संघर्ष करते हुए दुखियो की भी सेवा कर रहे है राज्यपाल पुरुस्कार प्राप्त हारुन अली मनव्वर


बडौत।सन 2015 मे 25 वर्षो के कार्यकाल मे उल्लेखनीय सेवा के शिक्षा क्षेत्र,समाज सेवा मे योगदान के लिये राज्यपाल पुरुस्कार प्राप्त शिक्षक हारुन अली मनव्वर जो दस वर्षो से प्रधानाध्यापक पूर्व माध्यमिक विद्यालय बडका है। प्रदेश के ज्वलन्त समस्याओ को लेकर उल्लेखनीय समाज सेवा भी कर रहे है।

सन 1966 मे मलकपुर गांव मे गरीब परिवार मे जन्मे हारुन अली मनव्वर गरीब परिवार मे जन्म लिया। पिता श्री यामिन मिस्त्री का कार्य करते थे।उन्होने जेसे तेसे उनकी शिक्षा गांव की प्राईमरी पाठशाला मे पूरी की और उन्होने कक्षा 5 मे ब्लॉक मे प्रथम स्थान प्राप्त किया, जिसमे उनके गुरु मामचंद,तेजपाल,इल्मचंद शर्मा ने पुर सहयोग दिया।इसके पश्चात दसवी तक की शिक्षा हीरोज कॉलेज व इंटर की शिक्षा जनता वेदिक कॉलेज बडौत से की,सन 1985 मे बी,एस,सी प्रथम वर्ष मे जनता वेदिक कॉलेज बडौत मे प्रवेश लिया और छात्र राजनीति शुरु की और एन,सी,यू,आई,मेरठ के जिला उपाध्यक्ष बने,बाद मे तहसील एन,एस,यू,आई के बागपत अध्यक्ष बने और अनेक छात्र आंदोलनो मे हिस्सा लिया सन 1986 मे डा,अजय त्यागी युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ने उन्हे मेरठ जनपद का जिला उपाध्यक्ष मनोनीत किया।सन 1986 मे ही उन्होने दैनिक हमारा युग अखबार से पत्रकारिता मे प्रवेश किया और तहसील बडौत के प्रभारी बने और उपजा जिला मेरठ के उपमन्त्री बने बाद मे दैनिक जागरण अखबार मे बडौत के संवाददाता बने परंतु सन 1989 मे जूनियर हाईस्कूल  जिवाना मे उर्दू अध्यापक बने उस समय स्कूल छात्र संख्या सौ थी।परंतु उन्होने वहा पांच साल तक कार्य किया और बच्चो की संख्या तीन सौ के पहुचा दी।दलित व अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चो का विधालय मे प्रवेश कराया और उर्दू शिक्षण के साथ कला शिक्षण मे बच्चो को  अच्छी शिक्षा दी और जिस जगह रहे अधिकारियो व जनप्रतिनिधियों को बच्चो के कार्यक्रम मे बुलाकर बच्चो का उत्साह वर्धन किया।छपरोली मे छात्रो को सन्चायिका के क्षेत्र मे जागरुक किया और  छात्रो के सन्चायिका विवरण मे बेसिक शिक्षा सचिव उत्तर प्रदेश रूबी सिंह सरोजनी अग्रवाल को बुलाया। सन 2015 मे उन्हे शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए राज्यपाल पुरुस्कार द्वारा सम्मानित किया गया।उन्हे अधिकारियो द्वारा जिला व प्रदेश स्तर पर कई बार सम्मानित किया गया। इसके अलावा वह समाजिक संस्था पब्लिक चैरिटेबल फंड के सचिव रह्ते हुए उन्होने सभी वर्गो की विधवाओ, गरीब बच्चो की फीस,हर सर्दी मे रजाई, कम्बल वगेरह का विवरण किया कई गरीब कन्याओ की शादी मे मदद की,उनका अधिकारियो द्वारा समाज की ज्वलन्त समस्याओ पर सहयोग लिया गया,जब मुस्लिम समाज मे प्लस पोलियो का विरोध हो रहा था।जिलाधिकारी कामनी चौहान रतन द्वारा उन्हे जिला टास्क फोर्स समिति का सदस्य बनाया गया और मुस्लिम समाज के उन क्षेत्रो मे भेजा गया जहा प्लस पोलियो ड्रोप्स का विरोध हो रहा था उम्होने अप्ने बच्चो को साथ ले जाकर पोलियो ड्रोप्स पिलवाई और जिलाधिकारियो के कार्यक्रम स्वंय के खर्च उठा कर मुस्लिम बाहुल्य इलाके मे कराये।मनव्वर जिला स्काऊट गाईड कार्यक्रम आयोजित कराये,वह क्रिकेट के शानदार तेज गेंदबाज रहे  और विश्विद्यालय स्तर के क्रिकेट खिलाडी रहे वह अब  भी अप्ने विधालय बडका मे छात्रो को क्रिकेट खिलाते है, और स्वंय उनका खेल समान व प्रतियोगीता मे आने जाने का खर्च उठते है एक बार उन्के विधालय की टीम मंडल स्तर व दो बार जिला स्तर पर विजयी रही। जिसके लिए अधिकारियो द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।

वह उत्तर प्रदेश उर्दू टीचर एसोसिएशन के बीस वर्षो से प्रांतीय उपाध्यक्ष है और शिक्षको की समस्याओ के लिए संघर्ष करते है। एक बार उन्होने दिल्ली मे  जन्तर मन्तर पर पुरानी पेंशन बहाली और उत्तर प्रदेश के शिक्षको को मैडिकल कैशलेश भत्ते को धरना दिया था।जिसमे हजारो शिक्षको ने भाग लिया।तत्कालीन जिलाधिकारी भवानी सिंह खागरोत ने उनकी समाज सेवा के लिए उनका नाम पद्मश्री पुरुस्कार के लिए भारत सरकार को भेजा था।

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