अजमेर। 13/5/2024
सोमवार को विश्व प्रसिद्ध महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती (र.अ.) की दरगाह के खादिम व अजमेर शहर के मशहूर शायर व कवि डॉ. अब्दुल मन्नान राही चिश्ती के दो दिवसीय उर्स के मौके पर पहले दिन बाद नमाज-ए-अस्र दरगाह शरीफ से चादर का जुलुस रवाना होकर राही साहब के मजार पर पहुंचा जहाँ पर सेकड़ो कि तादाद में उनके मुरीद व उनके शार्गिद व चाहने वालो ने चादर पेश कि रात को बाद मामूल आस्ताना-ए- आलीया उनके निवास स्थान पर मुशायरे कि महफिल सजी जिसमे देशभर के शायरों के साथ मकामी शायरों ने अपने मुनफरीद अन्दाज में खिराजे अकीदत पेश कि डा. अब्दुल मन्नान राही चिश्ती के जानशीन साहिबजादा सैय्यद अब्दुल हन्नान चिश्ती ने बताया कि महफिल का आगाज तिलावते कलामे इलाही से सूफी हाफिज शाहबाज चिश्ती (धनबाद झारखण्ड) ने किया आबिद अली चिश्ती (कोलकता मोहम्मद हाशीम (कोलकता) सूफी मोहम्मद फय्याज हुसैन, फैजान अहमद चिश्ती, सूफी शराफत अली, कुरबान चिश्ती, मुम्ताज शराफ्ती, सैय्यद मिक्काद चिश्ती, मुनव्वर, शादाब आदि ने अपने अपने मुनफरीद अन्दाज मे नजराना-ए-अकीदत पेश किया।
इस मौके पर अंजुमन सदस्य सैय्यद गफ्फार हुसैन काज़मी, सैय्यद साजिद अली (अज्जू भाई),अहसान मिर्जा सैय्यद दिलनवाज अली, मिसम चिश्ती, काशिफ,आबिद सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सैय्यद राहत मोतीवाला ने किया कार्यक्रम कि जानकारी सैय्यद अब्दुल हन्नान चिश्ती ने दी।
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