Thursday, December 3, 2020

सोनो ग्राफी सेंटर बनाइये जिसमें पूरा काम करने वाला स्टाफ औरतों का हो जिससे हमारी बहन बेटियां अपनी जांच कराने में शर्मिंदगी महसूस ना करें

 


क़ौम के सभी ज़िम्मेदार हज़रात, ज़िम्मेदार तंज़ीमो से आजिज़ाना मुख़लिसाना मोअतबना ग़ुज़ारिश है कि एक सोनो ग्राफी सेंटर बनाइये जिसमें पूरा काम करने वाला स्टाफ औरतों का हो जिससे हमारी बहन बेटियां अपनी जांच कराने में शर्मिंदगी महसूस ना करें जिससे हर मज़हब हर तबके के लोग फायदा हासिल कर सके क्योंकि ज़्यादातर इन जग़ाहों पर मर्द रहते हैं और सिर्फ जांच के लिए वो भी अकेली औरत को ही अंदर भेजते हैं जिससे हमारी बहनों को शर्मिंदगी महसूस होती है और डर सा लगा रहता है कि कुछ ग़लत ना हो इसलिए जल्द से जल्द इस पर ग़ौरो फिक्र करें।

क्या आप जानते हैं कि जब किसी हामला (गर्भवती) औरत की सोनोग्राफ़ी होती है बच्चे को देखने के लिये तो उसकी नाफ़ के भी कितने नीचे तक मशीन ले जाना होती है या फिरर पथरी के लिए ख़ूब पानी पिलाया जाता है और जब ख़ूब ज़ोर से पेशाब आता है लेडीज़ को तब सोनोग्राफी की जाती है जिससे पेशाब की थैली साफ़ नज़र आये। (तौबा अस्तग़फ़ार)


थोड़ा ढूंढिए हर शहर में कोई लेडी डॉक्टर ज़ुरूर होती है जो सोनोग्राफी करती है उन्ही से कराएं चाहे पैसे ज़्यादा लगे या वक़्त हर जगह श्यानपत्ति दिखाने वाले हमारे मुस्लिम मर्द यहां अंधे क्यों हो जाते है समझ नही आता।

हमारी घर की औरतें हमारे घरों की इज़्ज़त हैं उन्हें किसी ग़ैर के सामने पेट खोलने में कितनी शर्मिन्दगी होती होगी क्या कभी आपने सोचा है?


इस पोस्ट को अपनी ज़िम्मेदारी समझ कर आगे पहुचायें ताकि इससे हमें एक सोनो ग्रफी सेंटर मिले ताकि हमारी बहन बेटियां ग़ैर के पास जाने से महफूज़ रहें।


एक अच्छी पहल है सोचो और मेडिकल हेल्प टीम बनाओ! इसके बारे में ज़रूर सोच रखें।

(जज़ाकल्लाह ख़ैर)

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