Thursday, December 31, 2020

यह साउथ इंडिया की रियायत तमिलनाडु के एक हजाम की दुकान का मंज़र है, यहां दुनिया के बाक़ी मुल्कों की तरह दुकान में टी वी और बेहूदा गानों के बजाए एक कम्प्लीट लायब्रेरी बनाई गई है जोकि 300 दिलचस्प, मालूमाती, फन्नी और मजहबी किताबें मिलेंगी


इस दुकान में कस्टमर को हिदायत दी जाती है कि अपनी बारी के इंतजार में मोबाइल गेम्स खेलने या फारिग बैठने से बेहतर है किताब का मुताला किया जाए, और किताब से मुहब्बत की जाए, सिर्फ यही नहीं बल्कि जो कस्टमर पूरी तवज्जा और दिलजमई से किताब पढता है उस 30% डिस्काउंट भी दिया जाता है _


दोस्तों! अगर हम अपने इर्द-गिर्द की खराबियों को दुरुस्त करना चाहते हैं तो ज़रूरी नहीं कि किसी बहुत बडे़ और मंहगे प्रोजेक्ट का ही होना जरूरी है, बल्कि हम ज़रा सी कोशिश से भी दुनिया बदल सकते हैं, मिसाल हमारे सामने है _

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