Thursday, December 25, 2025

मुल्तानी लजवान खानदान में निकाह की खुशखबरी, इमान-अफरोज माहौल में होगा विवाह आयोजन

भीलवाड़ा/उदयपुर। अल्लाह तआला के फ़ज़्ल-ओ-करम और हुज़ूर पाक हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा ﷺ के सद्क़े-तुफ़ैल से मुल्तानी लजवान खानदान में एक मुबारक और खुशी से भरा अवसर आने जा रहा है। मरहूम अलाबक्स लजवान के पड़पोते, मरहूम हाजी अब्दुल रशीद साहब लजवान के पोते तथा हाजी मोहम्मद रफीक लजवान के फरज़ंद मोहम्मद अली का निकाह नेक दुख्तर सना कौसर के साथ तय पाया है। यह मुबारक रिश्ता पूरे खानदान और बिरादरी के लिए खुशियों का पैग़ाम लेकर आया है।

परिवार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, निकाह से जुड़े कार्यक्रम इंशाअल्लाह तयशुदा तारीख़ों के अनुसार आयोजित किए जाएंगे। 1 अप्रैल 2026, बुधवार को हल्दी रस्म होगी, जबकि 2 अप्रैल 2026, गुरुवार को दाल-बाटी, हार-फूल, निकासी और बारात की रवानगी संपन्न होगी।
मुख्य निकाह कार्यक्रम 3 अप्रैल 2026, जुम्मा, 14 शव्वाल 1447 हिजरी को असर-मगरिब के दरमियान में अदा किया जाएगा। इसके बाद 5 अप्रैल 2026, इतवार को नमाज़-ए-मगरिब के बाद दावत-ए-वलीमा का आयोजन किया जाएगा।

इस खुशी के मौके पर लजवान खानदान के तमाम बुज़ुर्गों, अलमुकल्लिफ़ीन, चश्म-ए-बराह और अलमुन्तज़िरीन की मौजूदगी से कार्यक्रम और भी रौनक़ पाएगा। परिवार के सदस्यों ने बताया कि यह निकाह न सिर्फ़ दो परिवारों के बीच रिश्ता जोड़ेगा, बल्कि आपसी भाईचारे, मोहब्बत और सामाजिक एकता को भी मज़बूत करेगा।

खास बात यह है कि इस खुशी के मौके पर मासूम बच्चों की दिल से निकली इल्तिज़ा भी सबके दिलों को छू रही है—“मेरे चाचू-मामू-भैय्या की शादी में ज़रूर-ज़रूर आना।” यह मासूम अपील इस आयोजन को और भी यादगार बना देती है।

अहले लजवान खानदान ने तमाम अहले-मुल्तानी बिरादरान, रिश्तेदारों और दोस्तों से इस मुबारक मौके पर शरीक होकर दुआओं से नवविवाहित जोड़े को नवाज़ने की गुज़ारिश की है। आयोजन स्थल भीलवाड़ा, राजस्थान में तय किया गया है, जहां मेहमानों के स्वागत की मुकम्मल तैयारियां की जा रही हैं।

पत्रकारिता नोट:
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार में पंजीकृत, देश की राजधानी से प्रकाशित, मुस्लिम मुल्तानी लोहार-बढ़ई बिरादरी को समर्पित एकमात्र पत्रिका के लिए ज़मीर आलम की खास रिपोर्ट।

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