*⭐एक बेहतरीन शुरवात⭐*
*आज मास्जिद में ये एलान सुन कर काफी सुकून हुआ,की मरहूम हाजी छोटे खा साहब कूक्षी की सवा महीने की फातेहा (खाना) न करते हुए वो पैसा(2लाख) मास्जिद तामीर में दे दिया गया ,ये एक काबिले तारीफ ओर ऐतिहासिक क़दम है जो ऎलान कर के किया गया ताकि दूसरे लोग भी इस बात पर गोरो फिक्र करे और अपना ज़हन बनाए,जिस से आने वाले वक्त में ये पैसा,मास्जिद के अलावा भी किसी को रोज़गार दिलाने,किसी ज़रूरतमंद का इलाज करवाने, हैल्थ चेकअप केम्प ओर किसी ज़रूरतमंद की शादी में इस्तेमाल हो सकता है ओर इस कदम से हमारी सोसायटी में एक शोशल इंकलाब आ सकता है हम सभी को ऐसे बदलाव की तारीफ करना चाहिए और दूसरे लोगो का भी ज़हन बनाना चाहिए*
*कोन कहता है आसमान में सुराख नही होता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो*
*इस बेहतरीन पहल के लिए जाकिर सर ओर हाजी साहब की पूरी फेमेली का दिल से शुक्रिया*💐💐
*अल्लाह मरहूम की बेहिसाब मगफिरत करे*
No comments:
Post a Comment