आज हमारा समाज एक ऐसे मोड़ पर खड़ा है, जहाँ एक तरफ़ फिजूलखर्ची और दिखावे की रस्मों ने निकाह को कठिन बना दिया है, तो दूसरी ओर कुछ सामाजिक बुराइयों ने हमारी बहन-बेटियों को धोखाधड़ी और शोषण का शिकार बना दिया है।
*समस्या कहाँ है?*
🔹 लाखों रुपये सिर्फ़ शादी की रस्मों पर खर्च हो जाते हैं, जबकि यही पैसा बच्चों की शिक्षा और भविष्य संवारने में लगाया जा सकता है।
🔹 दहेज़, बारात, लगुन, हल्दी, मेहंदी जैसी रस्में इतनी महंगी हो गई हैं कि माता-पिता बेटी की शादी के नाम से डरने लगते हैं।
🔹 सबसे बड़ी समस्या यह है कि निकाह के बाद लड़की वालों पर दावत की जिम्मेदारी डाल दी जाती है, जो पूरी तरह अनुचित है।
🔹 आर्थिक तंगी के कारण शादी में देरी होती है, जिससे लड़कियों की शादी की उम्र निकल जाती है।
🔹 कई मामलों में युवतियों को पहले प्रेमजाल में फंसाया जाता है, फिर उनके साथ धोखा किया जाता है।
🔹 कुछ घटनाओं में लड़कियों को ब्लैकमेल किया गया, ज़बरदस्ती धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डाला गया या उनके साथ अन्याय हुआ।
🔹 कई बार धोखे से शादी करके बाद में उन्हें प्रताड़ित किया गया या उनका शोषण हुआ।
💡 *समाधान: अगर निकाह में फिजूलखर्ची और अनावश्यक रस्मों को खत्म करके इसे आसान बनाया जाए, तो इन समस्याओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है।*
🔹 जो पैसा हम शादी के दिखावे पर खर्च करते हैं, वह हमारे ही समाज की तरक्की में लग सकता है।
🔹 गैर-ज़रूरी शादी समारोहों के लिए लाखों रुपये मैरिज हॉल, महंगे खाने और फिजूलखर्ची पर खर्च किए जाते हैं, जबकि इन्हें शिक्षा और रोजगार में निवेश किया जा सकता है।
✅ *निकाह सिर्फ़ मस्जिद में हो – बिना किसी दिखावे के, सादगी से।*
✅ *बेटी वालों पर शादी में फिजूलखर्ची का बोझ खत्म हो – शादी दोनों परिवारों की ज़िम्मेदारी है, सिर्फ़ लड़की वालों की नहीं।*
✅ *बारात और महंगी रस्मों की जगह निकाह में सादगी को अपनाएं।*
✅ *महंगी रस्में जैसे लगुन, सगाई, हल्दी, मेहंदी बंद हों।*
✅ *मैय्यत पर खाने की दावतें बंद की जाएं।*
✅ *सबसे ज़रूरी बात – निकाह के बाद लड़की वालों पर दावत की ज़िम्मेदारी न हो।*
✅ *शादी का बजट घटाएं और शिक्षा पर खर्च बढ़ाएं।*
✅ *अपनी मेहनत की कमाई को सही दिशा में लगाएं – दिखावे में नहीं, समाज की भलाई में।*
✔ *निकाह में देरी न करें – जल्दी और आसान शादी करें।*
✔ *लड़कियों को शिक्षित करें – ताकि वे आत्मनिर्भर बनें और किसी धोखे का शिकार न हों।*
✔ *इस्लामी और आधुनिक शिक्षा दें – ताकि वे अपने हक़ और सुरक्षा के बारे में जागरूक रहें।*
✔ *बच्चों को सही मार्गदर्शन दें – ताकि वे भावनात्मक रूप से मज़बूत बनें और कोई उनका गलत फायदा न उठा सके।*
✔ *मीडिया और सोशल मीडिया पर फैल रही गलत एवं अश्लील जानकारी से बचें – और अपनी बहन-बेटियों को सच्चाई से अवगत कराएँ।*
✔ *समाज में जागरूकता फैलाएँ और हर घर तक इस संदेश को पहुँचाएँ।*
⚡ *क्या आप अपनी बहन-बेटियों को सुरक्षित देखना चाहते हैं?*
⚡ *क्या आप अपने समाज को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना चाहते हैं?*
*अगर हां, तो इस संदेश को ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुंचाएं और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में अपना योगदान दें!*
#multanisamaj
8010884848
No comments:
Post a Comment