Thursday, October 16, 2025

मोहम्मद ताहिर साहब के अचानक इंतेकाल की खबर ने पूरे मुजफ्फरनगर को ग़म और सदमे में डुबो दिया है।

निहायत ही अफ़सोस और रंज-ओ-ग़म के साथ तमाम बिरादराने इस्लाम और अहले मुस्लिम मुल्तानी लोहार, बढ़ई बिरादरी को यह इत्तला दी जाती है कि आज दिन जुमेरात, 16 अक्टूबर 2025 को

मोहम्मद ताहिर साहब वल्द मरहूम जनाब हकीमुद्दीन साहब (आरा मशीन वाले)
मक़ाम मोहल्ला मल्हूपुरा, मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) का तकरीबन 65 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से इंतेकाल हो गया है।


🕯️ मरहूम की याद में

मरहूम मोहम्मद ताहिर साहब अपने नेक अख़लाक, सादगी और बिरादरी के प्रति हमदर्दी के लिए जाने जाते थे। उन्होंने हमेशा इंसानियत और एकता का पैग़ाम दिया। अपने पीछे वह अपनी अहलिया (पत्नी), एक बेटी और दो बेटों सहित पूरा कुनबा, रिश्तेदारों और अज़ीज़-ओ-क़रीब को रोता-बिलखता छोड़कर इस फ़ानी दुनिया से हमेशा के लिए रुख़्सत हो गए।

अल्लाह तआला मरहूम की मग़फिरत फरमाए, उनकी कब्र को जन्नत का बाग़ बनाए,
और घरवालों को सब्र-ए-जमील अता फरमाए। आमीन सुम्मा आमीन।


⚰️ सपुर्द-ए-ख़ाक का वक़्त

मरहूम की मय्यत को आज रात 11 बजे मोहल्ला मल्हूपुरा के स्थानीय कब्रिस्तान में सपुर्द-ए-ख़ाक किया जाएगा।
सभी अहले बिरादरी, अज़ीज़-ओ-अहबाब और दोस्तों से गुज़ारिश है कि अधिक से अधिक तादाद में शामिल होकर मरहूम के लिए फ़ातेहा-ख़्वानी और दुआए मग़फिरत करें।


🕊️ घर में मातम का माहौल

यह भी निहायत अफ़सोस का मुकाम है कि सिर्फ़ चार दिन पहले (12 अक्टूबर 2025, इतवार) ही इसी घराने में एक और इंतेकाल हुआ था। अब चार दिन बाद परिवार में दूसरी मौत हो जाने से घर का माहौल ग़म और सदमे से भर गया है।
हर आंख नम है और हर दिल रंज में डूबा हुआ है।


📢 एक ज़रूरी ऐलान — इंतेकाल की खबर भेजने के लिए एहम हिदायतें

अक्सर ऐसा होता है कि किसी अज़ीज़ या रिश्तेदार के इंतकाल की खबर बिरादरी तक देर से पहुंचती है या अधूरी जानकारी के कारण लोग जनाज़े में शामिल नहीं हो पाते।
इस कमी को दूर करने के लिए “मुल्तानी समाज” राष्ट्रीय समाचार पत्रिका की तरफ़ से तमाम बिरादराने इस्लाम से गुज़ारिश है कि जब भी किसी के इंतकाल की खबर भेजें, तो निम्न बातों का ख़ास ख्याल रखें —

1️⃣ मरहूम/मरहूमा का पूरा नाम और वल्दियत या शौहर का नाम।
2️⃣ पूरा पता — कहां के रहने वाले थे और फिलहाल कहां रह रहे थे।
3️⃣ दफ़नाने का सही वक़्त और कब्रिस्तान का नाम।
4️⃣ घर के जिम्मेदार शख़्स के एक-दो फ़ोन नंबर।
5️⃣ अगर मर्द का इंतकाल हुआ है, तो मरहूम का हालिया फ़ोटो शामिल करें।
6️⃣ इंतकाल की वजह (अगर बताना मुनासिब हो)।
7️⃣ घर के बाक़ी अहल-ए-ख़ाना — जैसे भाई, बहन, माँ-बाप, औलाद आदि के नाम।

इन तमाम जानकारियों से खबर मुकम्मल होगी और बिरादरी के लोगों तक सही और वक़्त पर जानकारी पहुंचेगी।


✍️ रिपोर्टर: ज़मीर आलम, प्रधान-संपादक — “मुल्तानी समाज” राष्ट्रीय समाचार पत्रिका
📍 सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा पंजीकृत प्रकाशन
🌐 www.multanisamaj.com | www.msctindia.com
📞 8010884848 | multanisamaj@gmail.com



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