यह न्यूज़ चैनल समर्पित है पैदाइशी इंजीनियर लोहार बढ़ई ( मुल्तानी समाज) को , इस बिरादरी ने राजा महाराजाओं को युद्ध में लड़ने के लिए अस्त्र शस्त्र से लेकर देश के किसानों को खेती करने के लिए आधुनिक यंत्र बनाकर इस देश को सोने की चिड़िया बनाने में मुल्तानी समाज की अहम भूमिका रही है लेकिन मुल्तानी समाज की हर सरकार ने अनदेखी ही की है सरकारों को मुल्तानी समाज का देशभक्त चेहरा दिखा कर इस चैनल के माध्यम से समाज की मुख्यधारा में शामिल कराना ही हमारा अहम मकसद है।
Friday, August 7, 2020
रुशदा अमरीन को बीटेक में मिला गोल्ड मेडल 12 नवंबर " मुलतानी डे " पर संस्था गौरव अवार्ड से करेगी सम्मानित
नजीबाबाद। स्थानीय आजाद कॉलोनी निवास सर्व यूपी ग्रामीण बैंक बड़िया के प्रबंधक शाहिद मुल्तानी की पुत्री रूशदा अमरीन को शोभित यूनिवर्सिटी मेरठ के दीक्षांत समारोह में गोल्ड मेडल भेंट कर सम्मानित किया गया है। रूशदा अमरीन ने शोभित यूनिवर्सिटी मेरठ से बीटेक बायोमेडिकल इंजीनियरिंग में गोल्ड मैडल प्राप्त किया। 14 मार्च 2020 को यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि गोवा के राज्यपाल सतपाल मालिक व वाइस चांसलर कुंवर शेखर विजेंद्र ने रूशदा को डिग्री व गोल्ड मैडल प्रदान कर सम्मानित किया। रूशदा ने अपनी उपलब्धि का श्रेय अपने पिता शाहिद मुलतानी व माता शबाना को दिया है । नजीबाबाद के सेंटमैंरी इंटर कॉलेज से हाईस्कूल व अलीगढ़ से इंटर तक कि शिक्षा ग्रहण करने वाली रूशदा अमरीन शुरू से पढ़ाई में काफी आगे रहकर कई बार सम्मान प्राप्त कर चुकी है।मुलतानी समाज की देश की सबसे बड़ी संस्था मुलतानी समाज चैरिटबल ट्रस्ट ( रजि0 ) ने रुशदा अमरीन को शिक्षा के क्षेत्र में गोल्ड मेडल मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए संस्था की और से दिए जाने वाले गौरव-सम्मान से सम्मानित किया है। संस्था के चैयरमेन मुलतानी ज़मीर आलम जी ने बताया कि दुनिया सहित देश में महामारी के चलते अभी इनको गौरव अवार्ड से सम्मानित नही किया जा रहा है। जल्द ही गौरव-सम्मान के उपरांत गौरव अवार्ड से सम्मानित होने वाली रुशदा अमरीन देश की पहली फीमेल सदस्य और यह अवार्ड पाने वाली दूसरी मेंबर होगी स्मरण रहे इनसे पहले शिक्षा के क्षेत्र में ही बिरादरी की और से प्रथम सम्मान और अवार्ड भी ज़नाब शाहिद मुलतानी के बेटे और रुशदा अमरीन के भाई को दिया गया है। मुलतानी समाज की और से प्रथम और द्वतीय गौरव अवार्ड एक ही परिवार से सगे भाई बहन को ही मिलने पर बिरादरी में खुशी की लहर है। और संस्था के दस्तावेजों में यह पहला अवार्ड हमेशा दर्ज़ रहेगा जिसको बिरादरी हमेशा याद करेगी समाज के चैयरमेन ज़नाब आलम ने बताया कि 12 नवम्बर " मुलतानी डे " पर देश के हालात सामान्य रहे तो दोनों अवार्ड दिए जा सकते है।
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