Friday, October 9, 2020

टीवी चैनल रिपब्लिक टीवी के टीआरपी फर्ज़ीवाड़े का राज़फाश ,मुंबई पुलिस का बड़ा खुलासा

 


टीवी देखने का पैसा देता था अर्नब गोस्वामी का रिपब्लिक

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मुम्बई पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने आज अर्नब गोस्वामी के चैनल रिपब्लिक को लेकर टीआरपी के बड़े फर्जीवाड़े  का राजफाश किया है दो लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है। मैंने परमवीर सिंह जी को मैसेज करके बताया है कि ट्वीटर और फेसबुक के लाखो फर्जी खातों का इस्तेमाल भी इस फेक टीआरपी के निर्माण में किया गया है। पता चला है कि रिपब्लिक टीवी देखने वालों को पैसे देकर कहता था कि घर से बाहर जाईए तो भी टीवी चलाकर जाइये जिससे टीआरपी बढ़े और उसे विज्ञापन में जमकर कमाई हो।


 आत्महत्या करने वाले सुशांत के समर्थन में दुनिया भर के तमाम देशों से 80 हजार फेक एकाउंट्स का पता चला था पुलिस को यह भी जानकारी लेनी चाहिए कि कहीं यह खाते बीजेपी के आईटी सेल द्वारा तो संचालित नही किये जा रहे हैं।


मुम्बई पुलिस कमिश्नर ने रिपब्लिक के गोरखधंधे को लेकर जो बताया है उसे जानना जरूरी है। आपको पता होना चाहिए कि टीवी की  विज्ञापन इंडस्ट्री करीब 30 से 40 हजार करोड़ रुपये की है। विज्ञापन का दर TRP रेट के आधार पर तय किया जाता है। किस चैनल को किस हिसाब से विज्ञापन मिलेगा यह तय किया जाता है। अगर टीआरपी में बदलाव होता है तो इससे रेवेन्यू पर असर पड़ता है। कुछ लोगों को इससे फायदा होता है और कुछ लोगों को इससे नुकसान होता है।''


,'टीआरपी को मापने के लिए BARC एक संस्था है. यह अलग-अलग शहरों में बैरोमीटर लगाते हैं, देश में करीब 30 हजार बैरोमीटर लगाए गए हैं. मुंबई में करीब 10 हजार बैरोमीटर लगाए गए हैं. बैरोमीटर इंस्टॉल करने का काम मुंबई में हंसा नाम की संस्था को दिया गया था. जांच के दौरान ये बात सामने आई है कि कुछ पुराने वर्कर जो हंसा के साथ काम कर रहे थे टेलीविजन चैनल से डाटा शेयर कर रहे थे। वो लोगों से कहते थे कि आप घर में हैं या नहीं है चैनल ऑन रखिए।इसके लिए पैसे देते थे. कुछ व्यक्ति जो अनपढ़ हैं।उनके घर में अंग्रेजी के चैनल ऑन किया जाता था.''


परमबीर सिंह ने कहा, ''हंसा के पूर्व वर्कर को हमने गिरफ्तार किया है. इसी आधार पर जांच बढ़ाई गई. दो लोगों को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया गया है और उन्हें 9 अक्टूबर तक कस्टडी में भेजा गया है। उनके कुछ साथी को ढूंढ़ रहे हैं कुछ मुंबई में हैं और कुछ मुंबई के बाहर हैं. चैनल के हिसाब से ये पैसा देते थे। एक व्यक्ति जो पकड़ा गया है उसके अकाउंट से 20 लाख रुपये जब्त किया गया है और आठ लाख रुपये कैश बरामद किया गया है।''

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