*मेरा फोटो नहीं छपा, इसलिए मैं नहीं आया!*
*मेरा नियंत्रण पत्रिका में नाम नहीं आया था, इसलिए मैं नहीं आया!*
*मुझे इसमें कुछ मिलने वाला नहीं था, इसलिए मैं नहीं आया!*
*मुझे कोई पद नहीं मिला, इसलिए मैं नहीं आया!*
*मुझे कोई सुनता नहीं है, इसलिए मैं नहीं आया!*
*मुझे स्टेज पर नहीं बैठाया, इसलिए मैं नहीं आया!*
*मेरा सम्मान नहीं किया, इसलिए मैं नहीं आया!*
*मुझे बोलने का मौका नहीं दिया, इसलिए मैं नहीं आया!*
*बार-बार आर्थिक बोझ मुझ पर डाल दिया जाता है, इसलिए मैं नहीं आया!*
*सभी काम मुझे सौप जाता है, इसलिए मैं नहीं आया!*
*कोई सुझाव लेते नहीं है, इसलिए मैं नहीं आया!*
*टाइम नहीं मिल रहा है, इसलिए मैं नहीं आया....*
*सच्चा कार्य वही है जो समाज के हित को सर्वोपरि बन सके....*
*इसलिए कहा है कि समाज सेवा मतलब तलवार की धार पे चलाने का कार्य, और वह कोई कायरो का काम नही....*
*जिंदगी में संघर्ष जरूरी है!* *इसलिए जो लोग समाज सेवा में आपना मूल्यवान समय दे रहे है, उन लोगों को तन-मन-धन से सहयोग देकर समाज के अच्छे कार्यों को आगे बढ़ाएं!*
*संगठित रहें और संघर्ष करें*
*🙏🌹दुआओं का तलबगार🌹🙏*
सच और हक बात।
ReplyDeleteआलम साहब सच और हक के साथ आप लगे रहो एक दिन वो भी आयेंगे जो कभी नहीं आए,
सच्चाई के साथ जो हिम्मत से चलते है उनके साथ तो खुदा चलता है तुम चलते रहो वो भी आयेंगे जो कभी नही आए।।
#ArshadMirza
सच है विपत्ति जब भी आती है
ReplyDeleteकायरों की ही दहलाती है
सूरमा नहीं विचलित होते
क्षण एक नहीं धीरज खोते
विघ्नों को गले लगाते हैं
कांटों में राह बनाते हैं...
Do all the good you can...