यह न्यूज़ चैनल समर्पित है पैदाइशी इंजीनियर लोहार बढ़ई ( मुल्तानी समाज) को , इस बिरादरी ने राजा महाराजाओं को युद्ध में लड़ने के लिए अस्त्र शस्त्र से लेकर देश के किसानों को खेती करने के लिए आधुनिक यंत्र बनाकर इस देश को सोने की चिड़िया बनाने में मुल्तानी समाज की अहम भूमिका रही है लेकिन मुल्तानी समाज की हर सरकार ने अनदेखी ही की है सरकारों को मुल्तानी समाज का देशभक्त चेहरा दिखा कर इस चैनल के माध्यम से समाज की मुख्यधारा में शामिल कराना ही हमारा अहम मकसद है।
Saturday, April 3, 2021
मुलतानी समाज चैरिटबल ट्रस्ट की खजांची रेशमा ज़मीर की सगी खाला का करांची में हुआ इंतेकाल क़ई माह से अस्पताल में थी भर्ती।
मिली जानकारी के अनुसार मेरठ जिले के कस्बा फलावदा में जनाब हबीबुल्ला मुलतानी के घर में पैदा हुई अनीसा बेगम की शादी पुरवीं फय्याज अली मेरठ में ज़नाब सुलेमान मुलतानी के साथ हुई थी। शादी के समय इनके शौहर का बिज़नेस आसमान की बुलंदियों पर था। मेरठ में बार बार होने वाले दंगो से तंग इनके शौहर का मन पाकिस्तान जाकर बसने का हो गया क़ई चक्कर पाकिस्तान लगाने के बाद उन्होंने पाकिस्तान में अपना कारोबार जमा लिया और सन 1987 में हमेशा
हमेशा के लिये हिंदुस्तान को अलविदा कहकर न्यू करांची पाकिस्तान में जाकर बस गए। 3 बहन उम्मती , अनीसा, जमीला और 2 भाईयों ज़नाब रमजानी साहब , सलीमुद्दीन साहब में अनीसा बेगम तीसरे न0 पर थी। मरहूमा के शौहर जनाब मो0 सुलेमान साहब का भी कुछ साल पहले इंतेकाल हो चुका है। मोहतरमा अनीसा पिछले 3-4 महीनों से बीमार थी जिसके चलते घरवालों ने उनको हॉस्पिटल में एडमिट कराया था। अस्पताल में ही आज दिनांक 03 अप्रैल 2021 को सुबह लगभग 5.45 पर 80 साल की उम्र पर करके इस दुनिया से हमेशा हमेशा के लिये
विदा हो गयी पाकिस्तान सरकार के नियम अनुसार हॉस्पिटल से डेथ सर्टिफिकेट मिलने और पेपर वर्क कम्प्लीट होने तक मय्यत को फ्रीज कर दिया गया है। पाकिस्तान से उनके बेटे सुल्तान ने फोन पर जानकारी दी कि आज ही बाद नमाज़ असर उनको सुपुर्दे -ए-खाक किया जाएगा । मरहूमा अपने पीछे 4 लड़के और 5 लड़कियों सहित रिश्तेदारों और कुनबे वालो को रोता बिलखता छोड़ कर इस दुनिया से विदा हो गयी है। अल्लाह इनकी मग़फिरत फरमाये और ज़न्नत-उल-फिरदौश में आला मक़ाम अता फरमाये ।।
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