Thursday, July 30, 2020

*जो हमारे हिन्दू भाई कुर्बानी करने पर सवाल उठाते हैं वह अपनी धार्मिक किताब पढ़ें* 👇👇👇👇👇 ➖➖➖➖➖➖


*जो हमारे हिन्दू भाई कुर्बानी करने पर सवाल उठाते हैं  वह अपनी  धार्मिक किताब पढ़ें*
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1 👉 राम जी के पिता दशरथ भी शिकार के लिए जाया करते थे और एक दिन गलती से पानी पीता हुआ हाथी समझकर उन्होंने सरवन कुमार को अपने तीर से मार डाला अब सवाल ये उठता है क्या जंगल में शांति से पानी पीता हुआ हाथी हिंसक हो सकता है।

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 *(वाल्मीकि रामायण जगदीश्वरानंद सरस्वती अयोध्या कांड,48/9-15)*

2 👉सीता जी के कहने पर राम हिरण को पकड़ने गए और जब हिरन ना पकड़े गए तो उन्होंने हिरण को जान से मारने के लिए तीर चलाया यहां भी वह सवाल उठता है कि भला हिरण हिंसक कैसे हो सकता है।

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*(वाल्मीकि रामायण जगदीश्वरानंद सरस्वती अरण्यकांड 27/7-8)*

3 👉राम जी और लक्ष्मण जी दोनों ने मिलकर 4 किस्म के महा मुर्गों का तीर से प्रहार करके वध कर दिया।

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 *(वाल्मीकि रामायण गीता प्रेस अयोध्या कांड 52/102)*

4 👉 साधु के भेष में रावण को सीता ने कहा कि उनके स्वामी आते होंगे  और जंगली सूअर को मारकर खाना लाते होंगे।

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*( वाल्मीकि रामायण गीता प्रेस अरण्यकांड 47/23,24)*

5 👉 राम की सेना में निषाद लोगों को मुर्ग और मांस खाने को दिया गया।

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*(वाल्मीकि रामायण गीता प्रेस 91/70)*

6 👉रामायण काल में पशु हत्या को बड़ी चीज नहीं थी असवा महंगा यज्ञ में राजा दशरथ ने कई पशुओं की बलि दी थी।

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*( वाल्मीकि रामायण गीता प्रेस बाल कांड सर्ग ,14)*

 7 👉और यह बात कोई वेद विरुद्ध नहीं है शतपथ ब्राह्मण जो मध्याधीन वेद का ब्राह्मण ग्रंथ है मैं भी अश्वमेघ में पशु हत्या के बारे में लिखा है।

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*(शतपथ ब्राह्मण 13/5/2/1,2)*

8 👉 और वैदिक कोष में भी यही चीज है कि आव मेघ में 300 पशुओं की हत्या किया जाता है।

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*(वैदिक कौश पेज 29)*

9 👉 और हिंसक पशु सिर्फ मांस खाने वाले नहीं होते बल्कि घास खाने वाले भी होते हैं और उन दोनों को मारने का आदेश है और जो रूके उन लोगों को हिंसक जानवरों के मुंह में फेंकने का आदेश है|

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 *(यजुर्वेद दयानंद भाषा 10 46 14))*

 इस पशुओं में हिंसक गौमाता भी आती है।

10 👉रामायण के अनुसार राम जी इंदिरा के तुल्य है।

 और ऋग्वेद संयम भाषा के अनुसार इंद्रा15 से 20 सांड और बेल पकाकर खा खा कर मोटा होता हैं।

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 *(ऋग्वेद संयण भाष्य 10/ 86/14)*

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