यह न्यूज़ चैनल समर्पित है पैदाइशी इंजीनियर लोहार बढ़ई ( मुल्तानी समाज) को , इस बिरादरी ने राजा महाराजाओं को युद्ध में लड़ने के लिए अस्त्र शस्त्र से लेकर देश के किसानों को खेती करने के लिए आधुनिक यंत्र बनाकर इस देश को सोने की चिड़िया बनाने में मुल्तानी समाज की अहम भूमिका रही है लेकिन मुल्तानी समाज की हर सरकार ने अनदेखी ही की है सरकारों को मुल्तानी समाज का देशभक्त चेहरा दिखा कर इस चैनल के माध्यम से समाज की मुख्यधारा में शामिल कराना ही हमारा अहम मकसद है।
Sunday, November 8, 2020
मुलतानी बिरादरी ने आज एक और कोहिनूर हमेशा हमेशा के लिये खो दिया
ज़नाब रफ़ीक मुलतानी उम्र लगभग 90-95 साल का अभी लगभग 7-साढ़े सात बजे बा तारीख 09/11/20 को इन्तेक़ाल हो गया है वो कुछ अर्से से बीमार थे। आपकों बता दे कि ज़नाब रफ़ीक मुलतानी मूल रूप से उत्तरप्रदेश के जिला बिजनोंर के क़स्बा नजीबाबाद के रहने वाले थे और लगभग 35-40 साल पहले चुना भट्टी ( देहरादून ) जाकर बस गए थे। इनका फर्नीचर बनाने का कारोबार था। रफ़ीक साहब बहुत ही नेकदिल , मिलसार, खुशमिजाज, और सभी बिरादरियों के गम में शरीक होना इनकी आदत में शुमार था। रफ़ीक साहब 4 भाई थे जिनमेँ से अब एक भाई हयात है और नजीबाबाद में ही रहते है। रफ़ीक साहब से
नेकदिल इंसान बहुत कम ही जन्म लेते है। इनके इंतेक़ाल की खबर जैसे ही इनके शहर नजीबाबाद पहुँची तो वहाँ कोहराम मच गया । रफ़ीक साहब अपने पीछे अपनी अहलिया बतूल बी समेत 1 बेटा और 2 बेटी सहित खानदान, रिश्तेदारों और अजीज दोस्तो को रोता बिलखता छोड गया है। इनका जनाजा देहरादून से इनके पुश्तेनी क़स्बा नजीबाबाद लाया जा रहा
है जहां बाद मग़रिब मय्यत को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। इस बारे में किसी भी भाई को कोई जानकारी लेनी हो तो उनके बेटे ज़नाब लईक मुलतानी के मोबाइल न0-- 96344-09110 पर कॉल करके ले सकते है। मुलतानी समाज चैरिटेबल ट्रस्ट ( रजि0 ) तंजीम गमज़दा फैमिली को सब्र और मरहूम की मग़फिरत की दुआ करती है। अल्लाह मरहूम को जन्नत-उल-फिरदौश में आला से आला मक़ाम अता फरमाये आमीन
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