Friday, July 25, 2025

इंतिकाल की इत्तिला: परवेज़ अली साहब इस फ़ानी दुनिया से रुख़्सत हो गए – मुल्तानी समाज गमगीन, घर में चीख पुकार

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إِنَّا لِلّهِ وَإِنَّـا إِلَيْهِ رَاجِعونَ
(हम अल्लाह के हैं और उसी की तरफ़ लौटकर जाना है)


इंतहाई अफ़सोस और रंजो-ग़म के साथ यह इत्तिला दी जाती है कि जनाब परवेज़ अली साहब वल्द जनाब अफ़ज़ाल साहब निवासी चाँद बाग़ (यमुना विहार), उत्तरी पूर्वी दिल्ली – 110053 का आज दिन जुमा, 25 जुलाई 2025 को पीजीआई चंडीगढ़ में दिन के क़रीब 11 बजे इंतिकाल हो गया।


🖤 अचानक हुई जुदाई ने सबको ग़मगीन कर दिया

बताया जाता है कि मरहूम परवेज़ अली साहब को दो-तीन दिन पहले दिमाग की नस फटने की वजह से इमरजेंसी में दाख़िल कराया गया था। स्थिति नाज़ुक देखते हुए उन्हें तुरंत PGI चंडीगढ़ रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी रूह क़ाफ़िला-ए-आख़िरत की सवार हो गई।


🏠 ससुराल में बसा लिया था घर

मरहूम अपने ससुर जनाब हाजी शमशाद साहब (सेलाकुई, जिला देहरादून, उत्तराखंड) के दामाद थे और कुछ अर्से से अपने बीवी-बच्चों के साथ वहीं रह रहे थे। सेलाकुई में ही उनका अपना मकान था और वहीं की रिहायश को उन्होंने अपनी दुनियावी ज़िंदगी का ठिकाना बना लिया था।


👨‍👩‍👧‍👦 परिवार और बिरादरी में पसरा मातम

करीब 30 साल की उम्र में इस दुनिया से अलविदा कहने वाले मरहूम अपने पीछे अहिलिया (पत्नी), दो मासूम बच्चों, बुज़ुर्ग वालिद, रिश्तेदारों और एक शफीक़ खानदान को ग़म और सन्नाटे में छोड़ गए। उनकी असमय जुदाई ने न सिर्फ़ घरवालों, बल्कि पूरे मुल्तानी बिरादरी के दिलों को भी सदमे में डाल दिया है।


🕌 जनाज़े की नमाज़ का ऐलान

मरहूम की नमाज़-ए-जनाज़ा आज बाद नमाज़े मगरिब, सेलाकुई (देहरादून) में अदा की जाएगी, इंशा अल्लाह। तमाम अज़ीज़ व अकारिब और बिरादराने हज़रात से गुज़ारिश है कि जनाज़े में शरीक होकर सवाबे दारेन हासिल करें।


📞 मजीद मालूमात के लिए संपर्क करें

मय्यत से संबंधित जानकारी के लिए आप जनाब गुलाम मुस्तफा साहब से मोबाइल नंबर – 9458980786 पर राब्ता कर सकते हैं।


🤲 दुआएं और इल्तिज़ा

अल्लाह से दुआ है कि मरहूम परवेज़ अली साहब की मग़फिरत फरमाए,
उन्हें जन्नत-उल-फिरदौस में आला मक़ाम अता फरमाए,
और उनके परिवार को सब्र-ए-जमील से नवाज़े।
आमीन या रब्बुल आलमीन।


📢 मुल्तानी समाज की अपील

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