Tuesday, July 8, 2025

"एक शाम सोज़ नजीबाबादी के नाम: अदब और एहतराम की यादगार महफ़िल"

✍🏻 सूचना शहबाज अख़्तर, - 'मुल्तानी समाज' राष्ट्रीय समाचार पत्रिका


नजीबाबाद, 8 जुलाई 2025
शहर नजीबाबाद के अदबी और साहित्यिक माहौल को एक नई रौशनी देने वाली एक ख़ास और भावनात्मक महफ़िल का आयोजन हुआ, जिसका नाम था — "एक शाम सोज़ नजीबाबादी के नाम"। यह शानदार शायरी की महफ़िल गीत-ग़ज़ल संगम अकादमी नजीबाबाद की जानिब से पेश की गई, जिसमें साहित्य, शायरी और तहज़ीब के दीवानों ने बड़ी तादाद में शिरकत की।

यह महफ़िल मशहूर शायर सोज़ नजीबाबादी की याद और उनके अदबी योगदान को खिराज-ए-अक़ीदत पेश करने के लिए रखी गई थी। सोज़ नजीबाबादी न सिर्फ़ नजीबाबाद बल्कि उर्दू अदब की दुनिया में एक पहचान रखने वाली शख्सियत रहे हैं। उनकी शायरी में दर्द, इश्क़, इंसानियत और समाज की सच्चाइयाँ झलकती हैं।


कार्यक्रम की प्रमुख झलकियाँ:

📍 स्थान:
रिहायशी गाह: डॉ. नसीम अख्तर साहब, मोहल्ला मेहंदी बाग, नजीबाबाद

🕊️ समय:
8 जुलाई को, नमाज़-ए-इशा के बाद

🎤 ज़ेरे एहतिमाम:
गीत ग़ज़ल संगम अकादमी, नजीबाबाद

🧕🏻 मुख्य आयोजनकर्ता:
डॉ. नसीम अख़्तर साहब – नजीबाबाद की अदबी दुनिया का जाना-पहचाना नाम, जिनके निवास पर इस ख़ूबसूरत शाम का आयोजन हुआ।


महफ़िल की ख़ास बातें:

  • कार्यक्रम में कई नामचीन शायरों ने अपनी ग़ज़लों और नज़्मों के ज़रिए सोज़ नजीबाबादी को याद किया।
  • नई पीढ़ी के शायरों को भी मंच दिया गया ताकि अदब की रिवायत आगे बढ़ सके।
  • महफ़िल में मौजूद बुजुर्ग और नौजवान शायरी के इस ख़ूबसूरत संगम से बेहद मुतास्सिर दिखे।

महफ़िल का मक़सद:
इस आयोजन का उद्देश्य न सिर्फ़ एक शायर की याद को ताज़ा करना था, बल्कि नजीबाबाद में अदब और तहज़ीब की फिज़ा को जिंदा रखना भी था। इस दौर में जब साहित्यिक आयोजन कम होते जा रहे हैं, ऐसे में "एक शाम सोज़ नजीबाबादी के नाम" जैसी महफ़िलें समाज को एक नई ऊर्जा और सकारात्मक सोच देती हैं।


अंत में:
'मुल्तानी समाज' राष्ट्रीय समाचार पत्रिका इस आयोजन की पूरी टीम और विशेष रूप से डॉ. नसीम अख़्तर साहब को मुबारकबाद पेश करती है, जिन्होंने एक यादगार शाम को हकीकत में बदल कर नजीबाबाद की अदबी फ़िज़ा को तरोताज़ा किया। उम्मीद है कि इस तरह की साहित्यिक पहलें आगे भी जारी रहेंगी।


📞 सूचना : शहबाज अख़्तर
📰 'मुल्तानी समाज' राष्ट्रीय समाचार पत्रिका
📱 #multanisamaj | 8010884848


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