Thursday, July 3, 2025

सिर्फ़ एक इंसान नहीं, एक नेकदिल रूह आज हमसे रुखसत हो गई



इन्तेक़ाल की एक बेहद अफ़सोसनाक और दिल को छू लेने वाली ख़बर

"إِنَّا لِلّٰهِ وَإِنَّا إِلَيْهِ رَاجِعُونَ"

एक ऐसी ख़ामोशी ने आज दस्तक दी है जिसने फलसफ़ा-ए-हयात को झिंझोड़ कर रख दिया है।
सिर्फ़ एक शख़्स नहीं, एक मुईत्तर रूह, एक नर्मदिल इंसान, एक पुरसुकून साया — आज हमसे रुख़सत हो गया।

गहरे रंजो-अलम और अफ़सोस के साथ ये इत्तिला दी जाती है कि
हज़रत मोहम्मद वहीद मिर्ज़ा साहब — जो पहले सरधना (ज़िला मेरठ, उत्तर प्रदेश) के क़रीब बभोरी गांव के रहने वाले थे और अब कुछ अर्से से अपने साहिबज़ादों के पास ख़तौली के भूड़ व क़स्बा खेड़ी वाली गली में मुकीम थे —
आज जुमा के मुबारक दिन, 04 जुलाई 2025, सुबह तकरीबन 5:00 बजे इस फानी दुनिया को तकरीबन 86 साल की उम्र में अलविदा कह गए।


मरहूम के पीछे रह गए उनके फरज़ंद:

  • जनाब एहसान मिर्ज़ा
  • जनाब नौशाद मिर्ज़ा
  • जनाब शहज़ाद मिर्ज़ा

एक अलफ़ाज़ी फातिहा और दिली दुआ के साथ...

"अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त मरहूम की बख़्शिश फरमाए,
उनकी तन्हा क़ब्र को रौशनी और राहत से भर दे,
उन्हें जन्नतुल फ़िरदौस में आला से आला मक़ाम अता फरमाए,
और उनके तमाम अहबाब व ख़ानदान को सब्र-ए-जमील अता करे...
आमीन या रब्बल आलमीन।"


गुज़ारिश बराए फ़ातिहा व दुआ

तमाम अज़ीज़ो-अहबाब, रिश्तेदारों और बिरादरी से दिली दरख़्वास्त है कि
मरहूम मोहम्मद वहीद मिर्ज़ा साहब की मग़फ़िरत के लिए
ख़ास दुआ और सुरह फ़ातिहा ज़रूर पढ़ें। बाद नमाज़ जोहर मय्यत को किया जाएगा सुपुर्दे खाक लिहाजा आप भी जनाजे में शरीक होकर सवाबे दारेन हासिल करें।


पता:
ख़तौली — भूड़ व खेड़ी साहब वाली गली, ज़िला मुज़फ़्फ़रनगर (उत्तर प्रदेश)


"मुल्तानी समाज" राष्ट्रीय मासिक समाचार पत्रिका

ख़तौली, मुज़फ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) से
जावेद मिर्ज़ा की ख़ास रिपोर्ट।

📢 नोट:
अगर आप भी बिरादरी की किसी अफ़सोसनाक या ख़ुशनुमा ख़बर, प्रेरणादायक क़िस्सा, रोचक जानकारी, तालीमी तहरीर या "खोया-पाया" जैसी सूचना देना चाहते हैं —
तो हमें मुल्तानी समाज राष्ट्रीय समाचार पत्रिका के
व्हाट्सएप नंबर: 8010884848 पर तहरीर लिख भेजें।

आपकी भेजी गई सामग्री को आपके नाम के साथ पूरे मुल्क की बिरादरी तक मुफ़्त में पहुँचाया जाएगा।



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